उम्र बढ़ने के साथ शरीर के बाकी हिस्सों की तरह पुरुषों के पेनिस में भी बदलाव होता है. यह बदलाव शारीरिक गतिविधि व स्वास्थ्य समस्याओं से संबंधित हो सकता है. इनमें से अधिकतर परिवर्तन सामान्य हो सकते हैं. वहीं, कुछ समस्याओं के कारण भी बदलाव हो सकता है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत होती है. कई मामलों में शरीर के बाकी हिस्सों को प्रभावित करने वाली स्थितियां, जैसे- ब्लड फ्लो कम होना, हार्मोनल बदलाव, त्वचा की प्रकृति में बदलाव और अन्य कारणों की वजह से पेनिस में बदलाव नजर आ सकता है.
आज इस लेख में उम्र के साथ पेनिस में होने वाले बदलाव और इसके कारणों के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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पेनिस में नजर आने वाले बदलाव
20 वर्ष की उम्र के बाद पेनिस या लिंग का बढ़ना और परिपक्व होना बंद हो जाता है. इसके बाद कई वर्षों तक पेनिस में कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिलते हैं. लेकिन जैसे-जैसे पूरे शरीर की धमनियों में प्लाक बनना शुरू होता है और टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है, पेनिस में फिर से स्पष्ट बदलाव नजर आने लगते हैं. यह स्थिति आमतौर पर 40 की उम्र के बाद दिखती है. आइए, इन बदलावों के बारे में विस्तार से जानते हैं -
भौतिक बदलाव
उम्र बढ़ने के साथ-साथ पेनिस सिकुड़ने लगता है. लेकिन यह पेनिस के कार्यों को प्रभावित नहीं करता है. ऐसे में पेनिस में सिकुड़न की वजह से जब तक किसी तरह की परेशानी का अनुभव न हो, तब तक डॉक्टर को दिखाने की जरूरत नहीं होती है.
अंडकोष का सिकुड़ना भी उम्र बढ़ने का सामान्य लक्षण हो सकता है. पूरे शरीर में त्वचा की लोच के साइड-इफेक्ट और गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों की वजह से अंडकोष और पेनिस शिथिल हो सकते हैं और उम्र के साथ अधिक झुर्रिदार दिख सकते हैं. इतना ही नहीं, पेनिस में रक्त प्रवाह की कमी होने से पेनिस का रंग भी हल्का हो सकता है.
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यौन क्रिया
उम्र बढ़ने के साथ-साथ पेनिस की यौन क्रियाओं में भी बदलाव देखने को मिल सकता है. खासतौर पर इरेक्शन की आवृत्ति और प्रकृति में बदलाव नजर आ सकता है. दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ-साथ पेनिस की संवेदनशीलता कम हो सकती है. इसका मतलब है कि उम्र बढ़ने के साथ पेनिस को उत्तेजित होने में अधिक समय लग सकता है.
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इंफर्टिलिटी अनुसंधान के एक अध्ययन के मुताबिक, जब पुरुषों की आयु 50 के आसपास हो जाती है, तो पेरोनी बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है. पेरोनी बीमारी में लिंग का आकार कम होने लगता है. यहां हम स्पष्ट कर दें कि पेरोनी की समस्या किसी भी उम्र के पुरुषों को हो सकती है.
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यूरिनरी फंक्शन
उम्र बढ़ने के साथ-साथ प्रोस्टेट भी बढ़ने लगता है. इसकी वजह से मूत्राशय और मूत्रमार्ग पर दबाव पड़ सकता है. इस तरह के बदलाव की वजह से बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है.
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शारीरिक लक्षण
उम्र बढ़ने के साथ-साथ पुरुषों के पेनिस में कई तरह के बदलाव नजर आ सकते हैं. यह बदलाव शारीरिक स्थितियों की वजह से भी हो सकता है. कुछ पुरुषों को पेशाब करते समय या इरेक्शन होने पर दर्द का अनुभव हो सकता है, जो कई पुरानी या अस्थायी चिकित्सा स्थितियों के कारण हो सकता है, जैसे- लिंग पर घाव, लिंग पर रैशेज या अन्य स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के संकेत हो सकते हैं. इसके अलावा, पेनिस पर काले धब्बों का दिखना हानिरहित पेनाइल मेलानोसिस या दुर्लभ मामलों में पेनाइल कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
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प्रोस्टेट कैंसर
यह पुरुषों को होने वाला आम कैंसर है. प्रोस्टेट कैंसर से ग्रसित पुरुषों के लिंग में कई तरह के परिवर्तन दिख सकते हैं. खासतौर पर पेशाब करने और यौन क्रियाओं में दर्द व जलन जैसे लक्षण दिखते हैं.
इस तरह की स्थिति से बचने के लिए 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर की जांच हर वर्ष करवानी चाहिए. इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति के परिवार में कैंसर का इतिहास है, तो समय-समय पर कैंसर की जांच जरूर कराएं.
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पेनाइल कैंसर
पेनाइल कैंसर एक दुर्लभ जटिलता है, जो विशेष रूप से खतनारहित पेनिस वाले वृद्ध पुरुषों में देखी जाती है. पेनाइल कैंसर के शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं-
- पेनिस की स्किन के ऊपर से स्किन पीछे नहीं हट सकती.
- स्किन वाले जगह में पेनिस फंसा हुआ महसूस होना.
- पेनिस की स्किन पर दर्द या घाव दिखना.
- ग्लान्स पर दर्द और घाव होना.
पेनिस में इस तरह के बदलाव दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क की आवश्यकता होती है.
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उम्र के साथ पेनिस में बदलाव के कारण
उम्र के साथ पेनिस में बदलाव के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- संक्रमण, पेनिस का कैंसर, यौन संचारित रोग इत्यादि. आइए, उम्र के साथ पेनिस में बदलाव के कारण विस्तार से जानते हैं-
रक्त प्रवाह कम होना
उम्र बढ़ने के साथ धमनियों में प्लाक जमा होने और पूरे शरीर में रक्त वाहिकाओं की लोच में कमी के कारण रक्त का प्रवाह कम हो जाता है. इसके कारण पुरुषों के पेनिस में बदलाव होने लगता है.
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पेनिस की मांसपेशियों को नुकसान
अरब जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में शोध के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ-साथ लिंग में चिकनी मांसपेशियों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है. इसकी वजह से पेनिस में कई तरह के बदलाव नजर आ सकते हैं.
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टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होना
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पुरुषों में यौन इच्छा, सकारात्मक मनोदशा और कई शारीरिक कार्यों को संचालित करता है. उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है, जिसकी वजह से पुरुषों के पेनिस में बदलाव हो सकता है.
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सारांश
उम्र के साथ-साथ लोगों की शारीरिक और मानसिक स्थिति में काफी ज्यादा बदलाव हो सकता है. खासतौर पर 40 के बाद हर व्यक्ति के शरीर में बदलाव होने लगते हैं. यह बदलाव न सिर्फ स्किन और चेहरे पर नजर आते हैं, बल्कि पेनिस पर भी दिख सकता है. उम्र के साथ पेनिस के साइज से लेकर स्किन पर बदलाव दिख सकता है. पेनिस में बदलाव के कई कारण हो सकते हैं, जैसे शारीरिक समस्याएं, पेनिस में ब्लड फ्लो का कम होना इत्यादि. ध्यान रखें कि उम्र के साथ पेनिस में बदलाव होना सामान्य है, लेकिन अगर यह बदलाव यौन क्रियाओं या फिर अन्य शारीरिक समस्याओं को उत्पन्न कर रहे हैं, तो इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क की आवश्यकता होती है.
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