Kairali Valiya Naryana Thailam

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    Kairali Valiya Naryana Thailam

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    Kairali Valiya Narayana Thailam की जानकारी

    Kairali Valiya Narayana Thailam बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः गठिया, जोड़ों में दर्द, गठिया संबंधी विकार, सूजन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Kairali Valiya Narayana Thailam के मुख्य घटक हैं तिल का तेल, बेल, अश्वगंधा, गोखरू, श्योनाका, बाला, अग्निमंथ, पाटला, शतावरी, रसना, देवदार, जटामांसी, हल्दी, चंदन, इलायची, मुलेठी, तगरा, रिद्धि, पलाश, बकरी का दूध, कपूर जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Kairali Valiya Narayana Thailam की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Kairali Valiya Narayana Thailam की सामग्री - Kairali Valiya Narayana Thailam Active Ingredients in Hindi

    गोखरू
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • कामेच्छा को तेज करने वाले घटक।
    • ये एजेंट पेनाइल इरेक्शन (लिंग उत्तेजना) में मदद करते हैं।
    अश्वगंधा
    • ये एजेंट शरीर में होमियोस्टैसिस (किसी अंग या प्रणाली के असामान्य कार्य को ठीक करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया) की स्थिति को बनाए रखने में मदद करते हैं तथा तनाव और कमजोरी के दौरान शरीर के कार्यों को सुचारु रूप से चलाते हैं।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • कामेच्छा को तेज करने वाले घटक।
    बेल
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • नस पर नस चढ़ने के लक्षणों से राहत देने वाली दवाएं।
    • वो एजेंट या तत्व जो तुरंत हाइपरसेंसिटिविटी (सामान्य प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उत्पादित अवांछनीय प्रतिक्रिया) को रोकता है।
    बाला
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • गठिया के लक्षणों को ठीक करने वाली दवाएं।
    • यौन इच्‍छाओं को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    चंदन
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट शरीर के किसी विशेष हिस्से में होने वाली सूक्ष्मजीवों की वृद्धि के खिलाफ प्रभावी होते हैं।
    • कामेच्छा को तेज करने वाले घटक।
    • दवाएं जो त्वचा के छिद्रों को कम करती हैं और शरीर की कोशिकाओं को संकुचित।
    देवदार
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • स्वैच्छिक या अनैच्छिक रूप से नस पर नस चढ़ने की समस्या को कम करने या रोकने के लिए उपयोग किए जाने वाली दवाएं।
    हल्दी
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • संक्रमित रोगाणुओं को खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाले दवाएं।
    • एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने वाले घटक।
    जटामांसी
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • फंगल संक्रमण का उपचार करने वाले तत्व।
    कपूर
    • दवाइयां जो बिना बेहोशी के दर्द को कम करती हैं।
    • क्रीम या घोल के रूप में माइक्रोबियल विकास को रोकने वाले घटक।
    • ये एजेंट त्वचा की अंदरूनी परत को सुरक्षित रखने के लिए ऊपरी परत में सूजन पैदा करते हैं।
    • वासोडिलेटर गुणों वाले तत्व रक्त के प्रवाह में वृद्धि के कारण होने वाली त्वचा की लालिमा और जलन का कारण बनते हैं।
    • वो पदार्थ या दवा जो लिंग (पेनिस) के इरेक्शन में सुधार करता है।
    रसना
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वे एजेंट्स जो मांसपेशियों में संकुचन को कम और मांसपेशियों के दर्द से राहत पाने में मदद करते हैं।
    मुलेठी
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    श्योनाका
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    अग्निमंथ
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    पाटला
    • एक दवा या एक एजेंट जो बेहोश किए बिना दर्द को कम करती है।
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    शतावरी
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • ये तत्व यौन इच्छा को बढ़ाते हैं।
    तगरा
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को रोकने वाली दवाएं।
    तिल का तेल
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    इलायची
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • स्वैच्छिक या अनैच्छिक रूप से नस पर नस चढ़ने की समस्या को कम करने या रोकने के लिए उपयोग किए जाने वाली दवाएं।
    • तेज सुगंध वाले तत्‍व।
    बकरी का दूध
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट शरीर में एलर्जी की प्रतिक्रिया होने से रोकते हैं।
    पलाश
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • ये एजेंट मांसपेशियों को संकुचित कर चोट लगने वाली जगह तक खून का संचरण कम कर देते हैं।
    रिद्धि
    • होमियोस्टैसिस (किसी अंग या प्रणाली के असामान्य कार्य को ठीक करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया) को बनाए रखने और तनाव की स्थिति में शारीरिक क्रियाओं को नियंत्रित करने वाले बायोएक्टिव तत्‍व।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • वे मॉइश्‍चराइजिंग एजेंट जिससे त्वचा को नरम और मुलायम बनाया जाता है।

    Kairali Valiya Narayana Thailam के लाभ - Kairali Valiya Narayana Thailam Benefits in Hindi

    Kairali Valiya Narayana Thailam इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Kairali Valiya Narayana Thailam की खुराक - Kairali Valiya Narayana Thailam Dosage in Hindi

    यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Kairali Valiya Narayana Thailam की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Kairali Valiya Narayana Thailam की खुराक अलग हो सकती है।

    आयु वर्ग खुराक
    बुजुर्ग
    • मात्रा: आवश्यकतानुसार प्रयोग करें
    • अधिकतम मात्रा: 1 दवा को उप्युक्त मात्रा मे प्रभावित हिस्से में लगाएं
    • दवा का प्रकार: औषधीय तेल
    • दवा लेने का माध्यम: त्वचा
    • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
    • दवा लेने की अवधि: उपचार लम्बे समय तक जारी रहेगा
    व्यस्क
    • मात्रा: आवश्यकतानुसार प्रयोग करें
    • अधिकतम मात्रा: 1 दवा को उप्युक्त मात्रा मे प्रभावित हिस्से में लगाएं
    • दवा का प्रकार: औषधीय तेल
    • दवा लेने का माध्यम: त्वचा
    • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
    • दवा लेने की अवधि: उपचार लम्बे समय तक जारी रहेगा


    Kairali Valiya Narayana Thailam के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Kairali Valiya Narayana Thailam Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Kairali Valiya Narayana Thailam के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Kairali Valiya Narayana Thailam का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Kairali Valiya Narayana Thailam से सम्बंधित चेतावनी - Kairali Valiya Narayana Thailam Related Warnings in Hindi

    • क्या Kairali Valiya Narayana Thailam का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


      Kairali Valiya Narayana Thailam का गर्भवती महिलाओं पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।

      सुरक्षित
    • क्या Kairali Valiya Narayana Thailam का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


      स्तनपान कराने वाली महिलाएं Kairali Valiya Narayana Thailam का सेवन कर सकती है।

      सुरक्षित
    • क्या Kairali Valiya Narayana Thailam का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?


      Kairali Valiya Narayana Thailam का बच्चों पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।

      सुरक्षित
    • क्या Kairali Valiya Narayana Thailam शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


      आप वाहन चला सकते हैं या कोई भारी मशीन से जुड़ा काम कर सकते हैं। क्योंकि Kairali Valiya Narayana Thailam लेने के बाद क्योंकि आपको नींद नहीं आएगी।

      नहीं
    • क्या Kairali Valiya Narayana Thailam का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


      नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Kairali Valiya Narayana Thailam को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।

      नहीं

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- I. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 49-52

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- I. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 19-20

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 35-36

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 27-28

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 60-61

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 67-68

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume VI. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2008: Page No CCXLIV-CCXLV

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    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 168 - 169

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    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001 : Page No - 3 - 4.

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 122 - 123

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