Udilan डॉक्टर के द्वारा निर्धारित की जाने वाली दवा है, जो मेडिकल स्टोर से टैबलेट दवाओं के रूप में मिलती है। प्रीमैच्योर लेबर के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है। इसके अलावा, Udilan के कुछ अन्य प्रयोग भी हैं, जिनके बारें में आगे बताया गया है।
Udilan को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। यह खुराक मरीज की परेशानी और दवा देने के तरीके पर निर्भर करती है। विस्तारपूर्वक जानने के लिए खुराक वाले भाग में पढ़ें।
इन दुष्परिणामों के अलावा Udilan के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हैं, जिनके बारे में आगे बताया गया है। Udilan के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और ज्यादा बिगड़ जाते हैं या ठीक नहीं होते तो अपने डॉक्टर से तुरंत बात करें।
इसके अलावा Udilan को गर्भावस्था के दौरान लेने पर प्रभाव मध्यम होता है और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए इसका प्रभाव हल्का है। आगे Udilan से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि Udilan का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
अगर आपको पहले से कुछ चिकित्सीय समस्याएं हैं जैसे रक्तस्राव, हृदय रोग तो Udilan दवा की सलाह नहीं दी जाती है, इससे दुष्परिणाम हो सकते हैं।
इन उपरोक्त परिस्थितियों के अलावा Udilan कुछ अन्य दवाओं के साथ लिए जाने पर गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। इन प्रतिक्रियाओं की विस्तृत सूची नीचे दी गई है।
इन सभी सावधानियों के अलावा याद रखें कि वाहन चलाते समय Udilan को लेना असुरक्षित है, साथ ही इस की लत लगने की संभावना नहीं है।
Udilan इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Udilan की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Udilan की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क(महिला) |
|
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
क्या Udilan का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेेग्नेंट महिलाओं के शरीर में Udilan के विपरीत प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए इसको लेने से पहले दवा के बारे में डॉक्टर से पूरी तरह जानकारी लेना जरूरी होता है।
क्या Udilan का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
आप Udilan को डॉक्टर से बिना किसी परामर्श के भी ले सकती हैं। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के शरीर पर इसके खराब असर बहुत कम होते हैं। इनको आप महसूस भी नहीं कर पाएंगी और यह अपने आप ही ठीक भी हो जाते हैं।
Udilan का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Udilan के बुरे प्रभावों के विषय पर कोई रिसर्च न होने के कारण इस विषय पर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
Udilan का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Udilan लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें, क्योंकि लीवर पर होने वाले इसके दुष्प्रभावों की जानकारी स्पष्ट रूप से मौजूद नहीं है। क्योंकि इस बारे में कोई रिसर्च नहीं की गई है।
क्या ह्रदय पर Udilan का प्रभाव पड़ता है?
हृदय काफी हद तक Udilan सुरक्षित है, हालांकि लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेने से बेहतर परिणाम मिल सकता है। इसके खराब परिणाम बेहद कम होते है।
Udilan को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Udilan को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Udilan ले सकते हैं -
क्या Udilan आदत या लत बन सकती है?
नहीं, Udilan को लेने के बाद आपको इसकी आदत नहीं पड़ती है।
क्या Udilan को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
किसी मशीन के अलावा वाहन को चलाने में दिमागी सक्रियता की बेहद जरूरत होती है। लेकिन Udilan को खाने से आपको नींद व थकान होने लगती है। इसलिए इन कामों को करने से बचें।
क्या Udilan को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टरी सलाह के बाद।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Udilan इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, मस्तिष्क विकार में Udilan का उपयोग कारगर नहीं है।
क्या Udilan को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
खाने व Udilan को साथ में लेकर आपके शरीर पर क्या प्रभाव होते हैं इस विषय पर कोई जानकारी मौजूद नहीं है।
जब Udilan ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
रिसर्च न होने के कारण Udilan के नुकसान के विषय में पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। अतः डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।
इस जानकारी के लेखक है -
संदर्भ
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 136