Moha Soap

 8725 लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
एक पैकेट में 100 gm सोप
₹ 70
100 GM सोप 1 पैकेट ₹ 70

  • विक्रेता: Vedistry Private Limited
    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       
    • मूल का देश: India

    Moha Soap

    एक पैकेट में 100 gm सोप
    ₹ 70
    100 GM सोप | 1 पैकेट
    ₹ 70
    8725 लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
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    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       
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    Moha Soap की जानकारी

    Charak Moha Soap बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः चर्म रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Charak Moha Soap के मुख्य घटक हैं नीम, तुलसी, एलोवेरा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Charak Moha Soap की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Moha Soap की सामग्री - Moha Soap Active Ingredients in Hindi

    नीम
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • रक्‍त वाहिकाओं में संकुचन पैदा करने वाले घटक जिससे उस हिस्‍से में रक्‍त प्रवाह में कमी आती है।
    तुलसी
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • वे एजेंट्स जो एलर्जी के लक्षणों को रोकते हैं।
    एलोवेरा
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • ये एजेंट शरीर के किसी विशेष हिस्से में होने वाली सूक्ष्मजीवों की वृद्धि के खिलाफ प्रभावी होते हैं।
    • एक पदार्थ या औषधि मिश्रण जो रक्त स्राव और अन्य स्राव को रोकने के लिए शरीर के ऊतकों को संकुचित करती है।
    • ये तत्व त्वचा की नमी में सुधार करते हैं जिससे यह नरम हो जाती है।

    Moha Soap के लाभ - Moha Soap Benefits in Hindi

    Moha Soap इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Moha Soap के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Moha Soap Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Moha Soap के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Moha Soap का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Moha Soap से सम्बंधित चेतावनी - Moha Soap Related Warnings in Hindi

    • क्या Moha Soap का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


      Charak Moha Soap का गर्भवती महिलाओं पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।

      सुरक्षित
    • क्या Moha Soap का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


      Charak Moha Soap का कोई भी बुरा प्रभाव स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर नहीं पड़ता है।

      सुरक्षित
    • क्या Moha Soap का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?


      इस विषय में वैज्ञानिक शोध मौजूद न होने की वजह से Charak Moha Soap का बच्चों पर क्या दुष्प्रभाव होता है, इसकी जानकारी नहीं है।

      अज्ञात
    • क्या Moha Soap शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


      Charak Moha Soap लेने के बाद आपको नींद नहीं आएगी। इसलिए आप गाड़ी चलाने या दूसरे कामों को आसानी से कर सकते हैं।

      नहीं
    • क्या Moha Soap का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


      नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Charak Moha Soap को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।

      नहीं

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 131 - 135

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 170 - 176

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 81-82

    C.K. Kokate ,A.P. Purohit, S.B. Gokhale. [link]. Forty Seventh Edition. Pune, India: Nirali Prakashan; 2012: Page No 8.23-8.29