माल्बेट कैप्सूल में कुटाज बीज (होललाहिना एंजिसेन्टेरिका) 40 मिलीग्राम, सप्तापर्णी (एल्स्टनिया स्कूल) 50 मिलीग्राम, कुटाकी (पिकार्रहिज़ा कुर्रा) 40 मिलीग्राम, पेटोल (त्रिकोसांथेस डाइओका) 40 मिलीग्राम, मिरिच (पाइपर निग्राम) 40 मिलीग्राम, लगुसुशेखेखर 50 मिलीग्राम और त्रिभुवनकी 80 मिलीग्राम।
मुख्य सामग्रियों की भूमिका:
कुटज बीज (होलीरहेना एंजिसेन्टेरिका) दस्त और पेचिश में इसके इस्तेमाल के लिए सबसे अच्छी जानी जाती है।
सप्तपार्नी (एल्स्टनिया स्कूल), कुटाकी (पिकारहरिजा कुर्रा) और अन्य का उपयोग पाचन तंत्र जैसे कि दस्त और पेचिश प्रणाली में इसके प्रभाव के लिए किया जाता है। यह बुखार के इलाज में भी प्रभावी है।
Malbet कैप्सूल बुखार, दस्त और पेचिश के उपचार में उपयोग किया जाता है।
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