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Himalaya Koflet Syrup बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः खांसी, सीओपीडी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Himalaya Koflet Syrup का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Himalaya Koflet Syrup के मुख्य घटक हैं मुलेठी, तुलसी, शहद जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Himalaya Koflet Syrup की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
मुलेठी |
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तुलसी |
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शहद |
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Himalaya Koflet इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Himalaya Koflet की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Himalaya Koflet की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
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व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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चिकित्सा साहित्य में Himalaya Koflet के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Himalaya Koflet का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Himalaya Koflet का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेग्नेंट महिला Himalaya Koflet Syrup को बिना किसी घबराहट के खा सकती हैं।
क्या Himalaya Koflet का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाएं Himalaya Koflet Syrup का सेवन कर सकती है।
Himalaya Koflet का पेट पर क्या असर होता है?
बिना किसी डर के आप Himalaya Koflet Syrup ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।
क्या Himalaya Koflet का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों के लिए Himalaya Koflet Syrup सुरक्षित है, वे इसका सेवन कर सकते हैं।
क्या Himalaya Koflet शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Himalaya Koflet Syrup के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
क्या Himalaya Koflet का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, Himalaya Koflet Syrup को लेने के बाद आपको इसकी आदत नहीं पड़ती है।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 168 - 169
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 170 - 176
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume VI. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2008: Page No CCXLVIII-CCXLIX