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Everteen Yonilife Revitalizing Intimate Gel एक विशेष उत्पाद है जो विभिन्न योनि स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने और संपूर्ण कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार किया गया है।
- यह जेल मुख्य रूप से योनि की सूखापन से निपटने के लिए उपयोग किया जाता है, जो महिलाओं को उम्र के किसी भी समय हो सकती है और जिससे संबंध बनाने के दौरान असहजता और दर्द हो सकता है।
- इस जेल का निर्माण योनि के प्राकृतिक आर्द्रता और pH संतुलन को बहाल करने में मदद करता है, जिससे खुजली और जलन से राहत मिलती है।
- यह महिलाओं के लिए प्रसव से संबंधित समस्याओं, मेनोपॉज़ से संबंधित असुविधा और हार्मोनल असंतुलन का समर्थन कर सकता है, जो योनि स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।
- एवरटीन योनीलाइफ रिवाइटलाइजिंग इंटिमेट जेल योनि संक्रमणों, जैसे कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस और यीस्ट संक्रमण, के प्रति बचाव के लिए भी उपयुक्त है।
- इस जेल का नियमित उपयोग योनि की लचीलापन और सुगठितता को बढ़ाकर, सुरक्षित और पुनर्जीवित योनि की खासियत को सुनिश्चित करता है।
- यह महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने और योनि स्वास्थ्य और देखभाल की चिंता रखने वाली महिलाओं के लिए सुझाव किया जाता है।
एवरटीन योनीलाइफ रिवाइटलाइजिंग इंटिमेट जेल योनि की सूखापन, असहजता और pH संतुलन से निपटता है। प्रसव से संबंधित समस्याओं, मेनोपॉज़ और हार्मोनल असंतुलन वाली महिलाएं एवरटीन योनीलाइफ रिवाइटलाइजिंग इंटिमेट जेल से लाभ उठा सकती हैं। बैक्टीरियल वेजिनोसिस और यीस्ट संक्रमण जैसे योनि संक्रमणों से बचाने के लिए भरोसेमंद एवरटीन योनीलाइफ रिवाइटलाइजिंग इंटिमेट जेल पर भरोसा करें। योनि की लचीलापन, सुगठितता और सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए एवरटीन योनीलाइफ रिवाइटलाइजिंग इं
एलोवेरा |
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Everteen Yonilife Revitalizing Intimate Gel इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
अन्य लाभ
चिकित्सा साहित्य में Everteen Yonilife Revitalizing Intimate Gel के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Everteen Yonilife Revitalizing Intimate Gel का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 81-82
C.K. Kokate ,A.P. Purohit, S.B. Gokhale. [link]. Forty Seventh Edition. Pune, India: Nirali Prakashan; 2012: Page No 8.23-8.29