ऑफर - Urjas Oil सिर्फ ₹ 1 में X
Baidyanath Chyawanprash Special बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः इम्यूनिटी बढ़ाना, Mind and Body Wellness के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Baidyanath Chyawanprash Special के मुख्य घटक हैं आंवला, गिलोय, लौंग, पिप्पली, दालचीनी, इलायची, केसर, रजत भस्म, अभ्रक भस्म, बांस, पुष्करमूल जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Baidyanath Chyawanprash Special की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
आंवला |
|
गिलोय |
|
लौंग |
|
पिप्पली |
|
दालचीनी |
|
इलायची |
|
केसर |
|
रजत भस्म |
|
अभ्रक भस्म |
|
बांस |
|
पुष्करमूल |
|
Baidyanath Chyawanprash Special 1kg इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Baidyanath Chyawanprash Special 1kg की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Baidyanath Chyawanprash Special 1kg की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
|
चिकित्सा साहित्य में Baidyanath Chyawanprash Special के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Baidyanath Chyawanprash Special का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Baidyanath Chyawanprash Special 1kg का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
गर्भवती महिलाओं के लिए Baidyanath Chyawanprash Special सुरक्षित है।
क्या Baidyanath Chyawanprash Special 1kg का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए Baidyanath Chyawanprash Special पूरी तरह सुरक्षित है।
Baidyanath Chyawanprash Special 1kg का पेट पर क्या असर होता है?
Baidyanath Chyawanprash Special का पेट पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
क्या Baidyanath Chyawanprash Special 1kg का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
Baidyanath Chyawanprash Special का बच्चों पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
क्या Baidyanath Chyawanprash Special 1kg शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Baidyanath Chyawanprash Special लेने के बाद ड्राइव करना या दूसरे कामों को करना सुरक्षित है, क्योंकि आपको झपकी नहीं आएगी।
क्या Baidyanath Chyawanprash Special 1kg का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
Baidyanath Chyawanprash Special की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 53-55
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 110 - 111
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 151 - 152
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 36-37
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 59-61
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 116-117