आयुर्वेदिक दवाओं और इस पद्धति से उपचार पर लोगों की विश्वसनीयता साल दर साल बढ़ती रही है। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी बूटियां हैं जो कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के इलाज में प्रभावी साबित हो चुकी हैं। ऐसी ही एक औषधि है वज्रदंती। यह एक बारहमासी पौधा है, जिसे दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने वाली क्षमता के लिए पीढ़ियों से जाना और उपयोग में लाया जाता रहा है।
वज्रदंती को बारलेरिया प्रियोनाइटिस नाम से भी जाना जाता है। एशिया और पूर्वी अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में यह बहुतायत मात्रा में पाई जाने वाली औषधि है। हालांकि, अब दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी वज्रदंती की खेती की जा रही है। भले ही वज्रदंती का स्वाद कड़वा और कसैला होता हो, लेकिन इसे अनेक फायदों की एक दवा माना जा सकता है।
आयुर्वेद के अलावा, वज्रदंती का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों जैसे सिद्ध और लोक चिकित्सा में भी किया जाता है। आइए इस गुणकारी औषधि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।
वैज्ञानिक नाम : बारलेरिया प्रियोनाइटिस
संस्कृत नाम : सैरेयाका, सहकारा
परिवार : अचंतासी
मूल क्षेत्र और भौगोलिक वितरण : दक्षिण-पूर्व एशिया, चीन और अफ्रीका के कुछ हिस्से
किन हिस्सों को प्रयोग में लाते हैं : पत्ती, जड़, छाल, फूल