अपामार्ग बेहद प्रभावशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में से एक है जिसका इस्तेमाल एक खास तरह की आयुर्वेदिक दवाई बनाने के लिए किया जाता है जिसे क्षारसूत्र कहते हैं। क्षार का वर्णन कई आयुर्वेदिक ग्रन्थों में मिलता है और विभिन्न रोगों के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है। सर्जरी से जुड़ी प्रक्रियाओं में भी क्षार का व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है खासकर भगन्दर (फिस्टुला) और फोड़े-फुंसी के इलाज में।
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अपामार्ग का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है जिसका इस्तेमाल किडनी की बीमारियों में, कॉलरा, दांत में दर्द, बवासीर, मूत्र रोग, पेट और पाचन से जुड़ी बीमारियों, मासिक धर्म के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना जैसी समस्याओं में किया जाता है। यह बेहद साधारण पौधा है जो उष्णकटिबंधीय जलवायु में पैदा होता है और हर जगह मिल जाता है। इस पौधे की सबसे बड़ी पहचान ये है कि जब आप इस पौधे की झाड़ियों से गुजरते हैं तो इसके छोटे-छोटे चूभने वाले कांटेदार फल या बीज आपके पैरों और कपड़ों में चिपक जाते हैं और इनकी नोख सुई की तरह बेहद तेज होती है इसलिए इन्हें निकालने भी बेहद मुश्किल होता है।
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अपामार्ग के कौन-कौन से फायदे हैं और इसका सेवन करने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं, इस बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं।