शराब का स्वास्थ्य से अच्छा/बुरा रिश्ता रहा है। जहां एक तरफ कहा जाता है कि यह हृदय और मस्तिष्क के लिए अच्छी होती है, वहीं अधिक शराब का सेवन लीवर के लिए घातक भी होता है। आप कितनी मात्रा में शराब पीते हैं यह उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना आप क्या पीते हैं यह प्रश्न है।
ऐसे में एक प्रश्न यह भी है कि आखिर संतुलित मात्रा में शराब पीना क्या होता है? क्या एक गिलास या पैग पीने को संतुलित कहा जाएगा, या फिर एक शॉट या एक बोतल पीने को? चलिए जानते हैं विशेषज्ञों का इसके बारे में क्या कहना है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार पुरुषों को दिन में दो से अधिक यूनिट और महिलाओं को एक से अधिक यूनिट का सेवन नहीं करना चाहिए। अब सवाल यह उठता है कि एक यूनिट यानि कितनी शराब के सेवन को सुरक्षित माना जा सकता है? दिल्ली स्थित नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर इस बहस को और आगे ले जाता है। एक यूनिट में कितना नशा या एल्कोहल मौजूद है यह सब इसी बात पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, एक यूनिट बियर में 5 प्रतिशत ऐल्कोहल होती है और एक यूनिट व्हिस्की या ब्रांडी के मुकाबले कहीं नहीं ठरहती, क्योंकि उनमें 40 फीसदी तक एल्कोहल होता है। यानि 8 यूनिट बियर में जितनी एल्कोहल होती है, उतनी व्हिस्की या ब्रांडी के सिर्फ एक यूनिट में होती है।
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मेडिकल की भाषा में एल्कोहल की मात्रा मापने की विधि को एल्कोहल बाए वॉल्यूम (एबीवी) कहा जाता है, इसका हिसाब लगाने के लिए :
एबीवी x जितना एल्कोहल पिया गया है/1000
ऐसा मानते हैं कि आपने किसी भी ब्रांड की कोई सी भी शराब का 100 मिली सेवन किया है, जिसके लेबल पर 10% एबीवी लिखा हो। तो आपकी एल्कोहल की कुल यूनिट हुई :
10x100 /1000 = 1
स्वास्थ्य पर प्रभाव
शराब के नियमित सेवन से शरीर के कई अंगों पर विभिन्न प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं। चिकित्सकीय शोधों से यह पता चला है कि अगर आप रोजाना 330 मिली बियर पीते हैं, तो इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत हो सकता है। हालांकि, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बियर में एल्कोहल के मुकाबले एंटीऑक्सीडेंट्स और एक्टिव कंपाउंड मौजूद होते हैं।
इसी प्रकार वाइन को अपने हृदय और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के गुण अंगूर से मिलते हैं, जिसमें रेसवेरेट्रॉल (एक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट) और पॉलीफेनोल्स मौजूद होते हैं। शराब का नियमित सेवन वजन कम करने और बीएमआई को नियंत्रित करने में मदद करता है। हालांकि, ये प्रभाव अभी तक स्पष्ट नहीं हैं।
असल में एल्कोहल के हर एक ग्राम में लगभग 7 किलो कैलोरी की ऊर्जा होती है। तो आप जितनी शराब पिएंगे आपका कैलोरी स्तर उतना ही असंतुलित होगा। पुरुषों और महिलाओं को प्रतिदिन कुल 2000 से 2500 कैलोरी का सेवन करना चाहिए।
myUpchar से जुड़े डॉक्टर आयुष पांडे ने बताया कि हमारा लीवर एक स्पंज की तरह है। बार-बार शराब के सेवन से नुकसान पहुंचने के कारण सूजन जैसी स्थिति उत्पन हो सकती है। इसकी वजह से लीवर पत्थर जैसा सख्त हो जाता है और अपनी सामान्य प्रक्रियाएं सही ढंग से नहीं कर पाता है। अगर इसका सही समय पर इलाज न करवाया जाए तो फाइब्रोसिस, सिरोसिस में विकसित हो सकता है।
हालांकि, अगर आप शराब का बताई गई मात्रा से अधिक सेवन कर रहे हैं तो लगातार अपने लीवर का चेक-अप करवाते रहें। जल्दी परीक्षण के बाद सही तरीके से इलाज करने पर आपके लीवर के स्वयं ठीक होने की उम्मीद बढ़ जाती है। एक बार स्थिति गंभीर होने पर उसे फिर से सामान्य करना मुश्किल हो सकता है। फैटी लीवर जैसी स्थिति उत्पन होने के बाद बेहतर यही रहता है कि आप शराब का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें।