जब बात अपनों की सुरक्षा आती है तो हम बिल्कुल भी कॉम्प्रमाइज नहीं करना चाहते। हमारी कोशिश होती है कि इसमें किसी तरह की कोई कमी न रहे। अपनों की स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं से निपटने के लिए हम हेल्थ प्लान खरीदते हैं, ताकि मुसीबत के समय किसी के आगे हाथ न फैलाने पड़ें। ऐसे में हम बेहतरीन हेल्थ प्लान के बारे में ही सोचते हैं। बात हेल्थ प्लान की हो रही है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में हेल्थ इन्शुरन्स और मेडिक्लेम पॉलिसी का ही नाम आता है। आज भी ज्यादातर लोग हेल्थ इन्शुरन्स और मेडिक्लेम पॉलिसी को एक ही प्रोडक्ट मानते हैं। क्यों आपको भी यह जानकर आश्चर्य हुआ कि ये दोनों अलग-अलग प्रोडक्ट हैं! हालांकि, दोनों एक ही उद्देश्य की पूर्ति करते हैं, फिर भी दोनों में अंतर है।

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  1. ऐसी गलती आप भी करते हैं - Don't make this common mistake in Hindi
  2. मेडिक्लेम पॉलिसी क्या है - What is Mediclaim Insurance in Hindi
  3. हेल्थ इन्शुरन्स क्या होता है - What is Health Insurance in Hindi
  4. मेडिक्लेम पॉलिसी बनाम हेल्थ इन्शुरन्स - Mediclaim Insurance vs Health Insurance in Hindi
  5. निष्कर्ष - Final Words in Hindi

एक उदाहरण के साथ समझते हैं - मान लें आप एक मोबाइल फोन खरीदना चाहते हैं। आप क्या करेंगे? आप फोन की कंपनी और मॉडल का नाम देखेंगे और रुपये देकर खरीद लेंगे? या उस फोन के सारे फीचर्स के बारे में जानेंगे, दूसरे फोन से कंपेयर करेंगे, वॉरंटी के बारे में पता करेंगे, फोन के रिव्यु पढ़ेंगे और रेटिंग्स देखेंगे? ज्यादातर लोग दूसरी अप्रोच को अपनाते हैं और फिर पैसे देकर उस फोन को खरीदते हैं। अब अपने फोन खरीदने के एक्सपीरियंस को ही अपने लिए हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने में इस्तेमाल करें। आप अच्छे से समझना चाहेंगे कि आप क्या प्लान खरीद रहे हैं और आपको उससे भविष्य में क्या फायदे हो सकते हैं।

(और पढ़ें - हेल्थ इन्शुरन्स में क्या-क्या कवर होता है?)

भले ही आपने सबसे अच्छी कंपनी का बेस्ट सेलिंग प्रोडक्ट (इन्शुरन्स) लिया हो, अगर आपको यह नहीं पता कि आपको भविष्य में क्या सुविधाएं मिलेंगी, किन सुविधाओं के लिए आपको कितना इंतजार करना पड़ेगा तो आप गलती कर रहे हैं। जब बात हेल्थ इन्शुरन्स लेने की आती है तो अक्सर लोग ऐसी ही गलतियां करते हैं। इन गलतियों में एक सबसे सामान्य गलती मेडिक्लेम पॉलिसी को हेल्थ इन्शुरन्स समझने की होती है। आप इन दोनों के बीच अंतर जानते हैं तो अच्छी बात है, चलिए अब उन लोगों के दिमाग की बत्ती जलाते हैं, जिन्हें यह नहीं पता :

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

मेडिक्लेम इन्शुरन्स हमें स्वास्थ्य से जुड़े खर्चों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। यह स्वास्थ्य संबंधी किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए एक सस्ता उपाय है। हालांकि, मेडिक्लेम पॉलिसी में आपको सिर्फ अस्पताल में भर्ती होने के दौरान होने वाले खर्चों का ही कवर मिलता है। इसके अलावा अन्य खर्चे आपको अपनी पॉकेट से करने होंगे।

(और पढ़ें - हेल्थ इन्शुरन्स में क्या कवर नहीं होता?)

हेल्थ इन्शुरन्स आपको मेडिकल और सर्जिकल खर्चों से संबंधित कवरेज मुहैया कराता है। आप चाहें तो इन्शुरन्स कंपनी के नेटवर्क अस्पतालों में यह सुविधा कैशलेस ले सकते हैं या अन्य अस्पतालों में अपनी जेब से खर्च करने के बाद कंपनी से रिम्बर्समेंट ले सकते हैं। विभिन्न कंपनियां अपने नियम और शर्तों के अनुसार आपको लाभ देती हैं। इसमें अस्पताल के बड़े खर्चे भी आसानी से क्लेम किए जा सकते हैं। myUpchar बीमा प्लस में सभी इन-हॉस्पिटल खर्चों को कवर किया जाता है। इसके अलावा 30 दिन तक प्री और 60 दिन तक पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन खर्चों को भी कवर किया जाता है।

(और पढ़ें - हेल्थ इन्शुरन्स और लाइफ इन्शुरन्स में क्या अंतर है)

मेडिक्लेम और हेल्थ इन्शुरन्स को आमतौर पर एक-दूसरे के पूरक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जबकि ये दोनों बिल्कुल अलग हैं। दोनों में सबसे बड़ा अंतर तो यही है कि मेडिक्लेम सिर्फ हॉस्पिटलाइजेशन से संबंधित खर्चों को कवर करता है। जबकि हेल्थ इन्शुरन्स इससे बिल्कुल अलग प्रोडक्ट है और यह हॉस्पिटलाइजेशन के अलावा भी कई अन्य कवरेज भी देता है। 

क्या कवरेज मिलता है
एक्सीडेंट की वजह से अस्पताल में भर्ती होने, प्री-एग्जिस्टिंग डिजीज (तय समय के बाद) और अन्य इमरजेंसी में मेडिक्लेम पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। दूसरी ओर हेल्थ इन्शुरन्स में अस्पताल के खर्चे तो कवर होते ही हैं। इसके अलावा प्री हॉस्पिटलाइजेशन और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन खर्चे, एम्बुलेंस फीस जैसे कई खर्चों को क्लेम किया जा सकता है। इसके अलावा एक्सीडेंट होने की वजह से आपकी आमदनी बंद होने पर उसके लिए भी कॉम्पनसेशन देता है।

एडऑन कवरेज
मेडिक्लेम पॉलिसी में किसी भी तरह का एडऑन कवरेज नहीं मिलता है। क्रिटिकल इलनेस कवरेज, मैटरनिटी कवरेज, पर्सनल एक्सीडेंट कवरेज और एक्सीडेंटल डिसैब्लिटी कवरेज जैसे कई एडऑन मिलकर हेल्थ इन्शुरन्स को बेहतर बनाते हैं।

फ्लैक्सीब्लिटी
फ्लैक्सीब्लिटी के मामले में भी मेडिक्लेम पॉलिसी आपको निराश ही करेगी। जबकि दूसरी तरफ हेल्थ इन्शुरन्स में आपको भरपूर फ्लैक्सीब्लिटी (लचीलापन) मिलता है। यदि आप चाहें तो एक तय समय के बाद आप अपने हेल्थ इन्शुरन्स प्लान का प्रीमियम घटा सकते हैं। आप अपनी पॉलिसी की अवधि भी बदल सकते हैं, ताकि आप लंबे समय तक इन्शुरन्स के लाभ उठा सकें।

प्लान के फीचर्स
मेडिक्लेम पॉलिसी के अंतर्गत अलग-अलग इन्शुरन्स कंपनियां अपने ग्राहकों को अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं। दूसरी ओर हेल्थ इन्शुरन्स के मामले में आम तौर पर एक जैसे सम-इनश्योर्ड के लिए सभी कंपनियों की सुविधाएं लगभग एक-जैसी ही होती हैं।

(और पढ़ें - सबसे अच्छा हेल्थ इन्शुरन्स कौन सा है?)

क्रिटिकल इलनेस कवर
मेडिक्लेम पॉलिसी में क्रिटिकल इलनेस को कवर नहीं किया जाता है। जबकि हेल्थ इन्शुरन्स में 30 से ज्यादा गंभीर बीमारियों (कैंसर, स्ट्रोक, किडनी फेलियर, इन्सेफेलाइटिस, पोलियो, पार्किंसन, अल्जाइमर और मल्टीपल स्केलेरोसिस आदि) के लिए क्रिटिकल इलनेस कवर मिलता है।

सम इनश्योर्ड
मेडिक्लेम पॉलिसी में आपको अधिकतम 5 लाख तक का ही सम-इनश्योर्ड मिलता है, यानी इससे ज्यादा का सम-इनश्योर्ड आप चाहकर भी नहीं ले सकते। बढ़ती महंगाई के चलते स्वास्थ्य पर होने वाले बड़े खर्चों को हेल्थ इन्शुरन्स के माध्यम से अच्छी तरह से मैनेज किया जा सकता है। क्योंकि हेल्थ इन्शुरन्स में आप अधिकतम 6 करोड़ रुपये तक का सम-इनश्योर्ड ले सकते हैं।

क्लेम
मेडिक्लेम पॉलिसी के तहत आप अधिकतम अपने सम-इनश्योर्ड तक ही क्लेम कर सकते हैं। जबकि क्रिटकल इलनेस या एक्सीडेंट के कारण डिसेब्लिटी होने पर आपको हेल्थ इन्शुरन्स के तहत एक लम-सम अमाउंट भी दे दिया जाता है।

हॉस्पिटलाइजेशन
मेडिक्लेम पॉलिसी का लाभ उठाने के लिए आपका कम से कम 24 घंटे के लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी होता है। हेल्थ इन्शुरन्स के मामले में आप डे-केयर प्रोसेड्योर कवर का लाभ ले सकते हैं और इसके लिए आपका अस्पताल में भर्ती होना भी आवश्यक नहीं है।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

मेडिक्लेम पॉलिसी और हेल्थ इन्शुरन्स के बीच की पतली सी लकीर को अब आप अच्छे से समझ चुके हैं। उम्मीद करते हैं कि अब आपके लिए दोनों में से किसी एक का चुनाव आसान होगा। जब भी आप अपनी हेल्थ जरूरतों के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी या हेल्थ इन्शुरन्स लेने का प्लान करें तो कुछ बातों का विशेषतौर पर ध्यान रखें। गौर करें कि आप जो पॉलिसी ले रहे हैं वह आपकी उम्मीदों पर खरी उतरती है या नहीं, क्योंकि दुनिया की सबसे अच्छी हेल्थ इन्शुरन्स कंपनी वही है जो आपकी उम्मीदों को पूरा करती है। आप विभिन्न मेडिक्लेम पॉलिसी और हेल्थ इन्शुरन्स के बीच तुलना भी कर सकते हैं। और अंत में किसी के कहने पर नहीं बल्कि अपने लिए वह प्लान चुनें जो आप और आपके परिवार के लिए सर्वोत्तम हो।

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