क्या आप हैं कि भारत में एक बड़ी आबादी सांस संबंधी बीमारियों से ग्रस्त हैं? देखा गया है कि बहुत ही कम लोग इस बारे में जानते हैं। आपको बता दें दुनियाभर में सबसे ज्यादा भारत में ही क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) के मामले पाए जाते हैं और अस्थमा के मामलों में यह दूसरे नंबर पर है। भारत में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियां लगातार पैर पसार रही हैं। ऐसी स्थितियों में जरूरी है पूरी तरह से सावधानी बरतना और समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहना। हालांकि, बढ़ती महंगाई के कारण यह भी हर किसी के लिए संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में सिर्फ एक ही विकल्प बचता है, वह है एक उचित हेल्थ इन्शुरन्स प्लान।
भारत के कुछ हिस्सों में अत्यधिक प्रदूषण के कारण वहां के लोगों को समय रहते ही एक अच्छा इन्शुरन्स प्लान खरीदने की सलाह दी जाती है, जिसमें सांस संबंधी बीमारियों को कवर किया जा सके। इस लेख में बताया गया है कि जिन लोगों को सांस संबंधी बीमारी हैं, उन्हें अपने लिए स्वास्थ्य बीमा लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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