जिम में आप बेहतर स्वास्थ्य और अच्छी फिजीक के लिए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिम से घर लौटते वक्त अपने साथ कई बीमारियां भी ले आते हैं? जिम में कई मशीने होती हैं, जिन्हें जिम में मौजूद हर व्यक्ति छूता है। मशीनों में एक्सरसाइज करते हुए पसीना आता है। इस तरह जिम फंगस, बैक्टीरिया और वायरस का घर बन जाता है। जहां आप जिम में फिट और हेल्दी होने के लिए गए थे, वहीं आपको सबसे ज्यादा स्किन इन्फेक्शन की समस्या होने लगती है। यही नहीं सांस संबंधी समस्या का खतरा भी जिम में बढ़ जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप जिम जाना छोड़ दें। आपके लिए जरूरी है कि जिम में जिस तरह के स्किन इन्फेक्शन फैलते हैं, उसके बारे में जानें और समस्या का समाधान खोजें।
दाद
दाद एक तरह का स्किन इन्फेक्शन है जो फंगाई की वजह से फैलता है। हालांकि दाद किसी भी नमी युक्त जगह की वजह से हो सकता है। जिम की बात करें तो ट्रेडमिल की वजह से आपको दाद होने की आशंका बढ़ जाती है। यह संक्रामक है। यदि जिम के किसी सदस्य को दाद है तो यह अन्य किसी को भी आसानी से फैल सकता है। इसकी वजह जिम में मौजूद मशीनों और तौलिए का इस्तेमाल करना है। दाद होने पर इसका इलाज किया जाना जरूरी है ताकि दूसरों को यह समस्या न हो सके। इसके लिए क्रीम, एंटीफंगल दवाईयों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बावजूद अगर दाद ठीक न हो तो डाॅक्टर से संपर्क करना बेहतर रहता है।
(और पढ़ें - फंगल संक्रमण के घरेलू उपाय)
जाॅक इच
यह भी फंगल संक्रमण है जो जननांग, जांघों के अंदर वाले हिस्सों और नितंब में होता है। हालांकि इसके नाम से लगता है कि यह समस्या सिर्फ पुरूषों को होती है। जबकि महिलाओं को भी जाॅक इच होने की आशंका बनी रहती है। पुरूषों में यह समस्या महिलाओं की तुलना में ज्यादा होती है। इसके पीछे वजह है कि घंटों जिम में पसीना बहाना। जिम से घर लौटकर अपने कपड़े खासकर अंडरवियर न बदलना। जिम से लौटने के बाद अपने कपड़े जरूर बदलें। साफ-सफाई का ध्यान रखकर आप जाॅक इचिंग से बच सकते हैं। अगर यह समस्या फिर भी होती है तो नियमित जननांग और जांघों के बीच पाउडर का उपयोग करें। जरूरी हो तो डाॅक्टर से परामर्श पर दवा भी लें।
(और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण के कारण)
एथलीट फुट
एथलीट फुट दाद का ही एक प्रकार है। सेंटर्स फाॅर डिजीज कंट्रोल प्रीवेंशन के अनुसार एथलीट फूट पैरों में होता है। इसके लक्षण के तौर पर आप देखेंगे कि पैरों की अंगुलियों के बीच संक्रमण, पैरों की त्वचा फटना। जिस तरह रिंगवाॅर्म या दाद नमी युक्त जगह की वजह से होता है, ठीक इसी तरह एथलीट फूट पैरों की सही तरह देखभाल न करने की वजह से होता है। अगर आप रोजाना जिम में एक ही जूते पहनते हैं, उसकी सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं तो इससे पैरों में पसीना आ सकता है। इसी तरह अगर किसी को यह संक्रमण है और कोई अन्य व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के पहने हुए जूते पहनता है तो उसे भी संक्रमण हो सकता है। इस संक्रमण से बचने के लिए अपने पैरों का खास ख्याल रखें। पसीना आने से रोकें और साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें।
फोलिक्युलाईटिस
फोलिक्युलाईटिस भी त्वचा संबंधी समस्या है, जिसमें बालों के रोम में सूजन आ सकती है। यह गर्मी, पसीना, बैक्टीरिया, फंगस और अन्य वजहों से हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार जिम में एक ही तौलिए को कई लोगों द्वारा इस्तेमाल करने पर फोलिक्युलाईटिस होता है। इस बीमारी में छोटे-छोटे मुंहासों जैसे दाने नजर आते हैं जिसमें पस भरा हो सकता है। इससे बचने के लिए खुद को सूखा रखें, दूसरों की इस्तेमाल की हुई चीजें यूज न करें। जिम से घर लौटकर एक बार नहाएं जरूर।
कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि जिम करना अच्छी बात है। आपका स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। इससे आप हेल्दी और फिट भी रहते हैं। इस सबके साथ-साथ जिम से होने वाली समस्याओं पर भी ध्यान दें। हमेशा अपनी साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें। त्वचा संक्रमण से बचे रहें।