जेनकर डायवर्टिकुलेक्टॉमी एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसकी मदद से जेनकर डायवर्टिकुलम को निकाला जाता है। जेनकर डायवर्टिकुलम एक थैलीनुमा संरचना है, जो किल्लन ट्रायंगल नामक कमजोर जगह पर विकसित होता है। किल्लन ट्रायंगल गले व भोजननली के बीच में स्थित होता है और इसकी परत में कोई मांसपेशी नहीं होती है। जब खाना निगलते समय भोजन इस कमजोर हिस्से पर बार-बार दबाव डालता है, तो इस हिस्से में एक असामान्य थैली बन जाती है। ऐसे में जब आप भोजन निगलते हैं, तो यह इस थैली में जमा होने लगता है, तो उससे खांसी व निगला हुआ खाना वापस आना (रिगर्जिटेशन) आदि लक्षण होने लगते हैं।
जेनकर डायवर्टिकुलेक्टॉमी को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर किया जाता है, जिसकी मदद से आप सर्जरी के दौरान गहरी नींद में सो जाते हैं। जेनकर डायवर्टिकुलेक्टॉमी को एंडोस्कोपिक या ओपन सर्जरी के रूप में किया जाता है। एंडोस्कोपिक सर्जरी में मुंह के अंदर से गले में एक लचीली ट्यूब डाली जाती है और ओपन सर्जरी प्रोसीजर में गर्दन में चीरा लगाया जाता है। ओपन सर्जरी की तुलना में एंडोस्कोपिक सर्जरी के कई फायदे होते हैं, जैसे सर्जरी के बाद जल्दी स्वस्थ हो जाना, घाव न बनना, कम समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की आवश्यकता और सर्जरी के बाद दर्द कम दर्द होना आदि।
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