छाती के हिस्से में होने वाली कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए इस सर्जरी का प्रयोग किया जाता है। इसमें विशेष उपकरण जिस पर कैमरा लगा होता है यानि थोराकोस्कोप को छाती के अंदर डाला जाता है और अगर कोई प्रॉब्लम हो तो उसे ठीक करने के लिए इस सर्जरी के साथ अन्य कोई प्रक्रिया भी की जाएगी।
प्रक्रिया से पहले व्रत रखा जाएगा और डॉक्टर सर्जरी से पहले कुछ ब्रीदिंग एक्सरसाइज बताएंगे। यह सर्जरी जनरल एनेस्थीसिया देकर की जाती है जिससे मरीज बेहोश रहता है।
सर्जरी के बाद फेफड़े की गुहा के अंदर ड्रेन ट्यूब डाली जाती है, कोई तरल जमा हो तो वो इससे बाहर निकल जाता है। प्रक्रिया के तीन से पांच दिन के बाद अस्प्ताल से छुट्टी मिल जाती है। घर पर रिकवर करने में ब्रीदिंग एक्सरसाइज, कुछ काम न करने और घाव की देखभाल शामिल होती है।