वर्टेब्रेक्टॉमी एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसकी मदद से रीढ़ की हड्डी के कुछ हिस्से को हटाया जाता है और साथ ही कशेरुकाओं के कुछ हिस्सों को भी हटा दिया जाता है। यह सर्जरी तब की जाती है, जब व्यक्ति को न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होने लगती हैं या फिर शारीरिक हलचल संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। ये लक्षण आमतौर पर स्पाइनल कम्प्रेशन या रीढ़ की हड्डी के पास ट्यूमर होने के कारण विकसित होते हैं। इसके अलावा यदि रीढ़ की हड्डी के आसपास कोई चोट लगी है, तो उसके कारण भी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होने लगती हैं।
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सर्जरी के लिए आपको खाली पेट अस्पताल बुलाया जाता है, जिसके लिए आपको सर्जरी वाले दिन से पहली आधी रात के बाद कुछ भी न खाने या पीने की सलाह दी जाती है। वर्टेब्रेक्टॉमी सर्जरी को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर किया जाता है। सर्जरी के चार से छह हफ्तों बाद आपको फिर से अस्पताल बुलाया जाता है, जिस दौरान कुछ विशेष टेस्ट किए जाते हैं।
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