टर्बिनेक्टमी एक ऐसी सर्जरी है जो नासिका गुहा से टर्बिनेट (कोंचा) का सारा या कुछ हिस्सा निकालने के लिए की जाती है। नाक के अंदर नथुनों से घुसने वाली हवा को फिल्टर और रेगुलेट करने वाली संरचना को टर्बिनेट कहते हैं। हर एक नासिक गुहा में तीन टर्बिनेट होते हैं - इंफीरियर (नीचे) मध्य और सुपीरियर (ऊपर) टर्बिनेट।
इंफेक्शन या एलर्जी के दौरान टर्बिनेट में सूजन आ जाती है और ज्यादा म्यूकस बनने लगता है जिसकी वजह से नाक में रुकावट और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। टर्बिनेक्टमी इन सभी लक्षणों से राहत देती है।
यह सर्जरी जनरल एनेस्थीसिया (बेहोश करने के लिए) या लोकल एनेस्थीसिया (ऑपरेशनी वाली जगह को सुन्न करने) देकर की जाती है। इस प्रक्रिया के दारान सर्जन माइक्रोडेब्रिडर (तेज स्पीड वाला उपकरण), लेजर, रेडियो फ्रीक्वेंसी एनर्जी, इलेक्ट्रिक करंट या टर्बिनेट पर बहुत ज्यादा ठंडा लगाकर बढ़े हुए टर्बिनेट को ट्रिम या हटा देते हैं।
इस सर्जरी में 15 से 30 मिनट का समय लगता है और मरीज को सर्जरी वाले दिन ही या अगले दिन छुट्टी मिल जाती है।