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कंधे की अर्थरोस्कोपी (Shoulder Artroscopy) एक कम छेदकर या चीरकर की जाने वाली प्रक्रिया है जो कंधे के जोड़ों के क्षतिग्रस्त हिस्सों को ठीक करने के लिए की जाती है। सर्जरी को पूरा करने में दो घंटे से कम समय लगता है और यह कंधे की पारंपरिक ओपन सर्जरी से कम पीड़ायुक्त है। यह सर्जिकल प्रक्रिया कम छेदकर या चीरकर की जाती है इसलिए रिकवरी की अवधि भी कम होती है। यह एक जटिल प्रकार की सर्जरी नहीं है और कंधे के गंभीर दर्द का इलाज करने के लिए एक सामान्य उपचार है।
यदि आपके कंधे में अत्यधिक दर्द है जो इंजेक्शन या दवाइयों से ठीक नहीं हो पा रहा है तो आपके डॉक्टर आपको सर्जरी करवाने के लिए कह सकते हैं। आम तौर पर, उम्र और चोट के कारण, कंधे की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और इससे गंभीर दर्द हो सकता है। कंधे के जोड़ों की सूजन की वजह से ऐंठन या अकड़न हो सकती है। निम्नलिखित कुछ ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से आपको यह सर्जरी करवानी हो सकती है:
सर्जरी की तैयारी के लिए आपको निम्न कुछ बातों का ध्यान रखना होगा और जैसा आपका डॉक्टर कहे उन सभी सलाहों का पालन करना होगा:
(इन सभी के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर जाएँ - सर्जरी से पहले की तैयारी)
कंधे की अर्थरोस्कोपी में अर्थरोस्कोप (Artroscope) का प्रयोग होता है, जो एक छोटा फाइबर ऑप्टिक उपकरण होता है जिसमें कैमरा लगाया हुआ होता है और जिसके माध्यम से जोड़ों के आंतरिक भाग को अच्छे से देखा जा सकता है और सर्जरी की जा सकती है। कैमरे की मदद से वीडियो मॉनीटर पर चित्र प्रदर्शित किए जाते हैं और इन छवियों को विशेष सर्जिकल लघु-उपकरणों के मार्गदर्शन के लिए प्रयोग किया जाता है।
कंधे की आर्थोस्कोपी की प्रक्रिया निम्नलिखित क्रम में की जाती है:
अगर सर्जन को जोड़ों के क्षतिग्रस्त हिस्से पर हुई क्षति के आधार पर ओपन सर्जरी करनी है, तो वह आपकी सहमति पाने के लिए आपको पहले ही बताएगा और आपको कंधे की ओपन सर्जरी से जुड़े जोखिमों के बारे में बताएगा।
सर्जरी के बाद जल्दी रिकवरी के लिए डॉक्टर द्वारा बताई बातों का ध्यान रखें:
स्लिंग पहनें: मरीज़ को कुछ दिन तक सर्जरी किये हुए हाथ पर स्लिंग पहनने के लिए कहा जा सकता है। लेकिन अगर सर्जरी में ज़्यादा मरम्मत की गयी है तो हो सकता है कि आपको इसे ज़्यादा दिनों तक पहनना पड़े।
दर्द निवारक: सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक कंधे में दर्द हो सकता है। अगर दर्द गंभीर है तो अपने डॉक्टर को बताएं। डॉक्टर आपको दर्द निवारक गोलियां निर्धारित कर सकते हैं।
फिजियोथेरेपी (Physiotherapy): रोगी कंधे की मांसपेशियों और जोड़ों की ताकत को पुनः प्राप्त करने के लिए फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की सहायता ले सकते हैं। इससे कंधे की मूवमेंट में आसानी होगी। फिजियोथेरेपिस्ट आपकी आवश्यकताओं के अनुसार प्लान किया गया व्यायाम करवाएंगे जिससे रिकवरी में आसानी होगी और दर्द से निजात पाया जा सकता है। अगर आप किसी खेल से जुड़े हैं तो अपने डॉक्टर से पूछें कि आप फिर से खेलना शुरू कर सकते हैं या नहीं। रिकवरी की शुरुआत में ऐसे व्यायाम न करें जिनसे आपके कंधे के जोड़ों पर ज़्यादा बल पड़े। धीरे धीरे आप अपने कंधे की गतिविधि बढ़ा सकते हैं।
सर्जरी के बाद रूटीन जांच (फॉलो-अप): जब आपको कहा जाये तब अपने डॉक्टर से मिलें और अपने कंधे की जांच कराएं क्योंकि डॉक्टर आपकी रिकवरी की जांच करेंगे और सर्जरी के परिणाम को आंकेंगे। सर्जरी के बाद होने वाले जोखिमों से बचने के लिए भी ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क में रहें।
पूरी तरह रिकवरी में 1 से 6 महीने लग सकते हैं। रिकवरी का समय मरीज़ के शरीर, वह किस प्रकार अपना ध्यान रखते हैं और डॉक्टर द्वारा बताये गयी सारे नियमों का पालन करते हैं पर निर्भर करता है।
हर सर्जरी के कुछ जोखिम हो सकते हैं। इस सर्जरी से जुड़े जोखिम निम्नलिखित हैं: