मेरिंगोटॉमी एक सर्जरी प्रक्रिया है, जिसमें कान के पर्दे में एक छिद्र बनाया जाता है। इस छिद्र की मदद से कान के मध्यस्थ हिस्से में जमा हुए द्रव को निकाला जाता है। कान के पर्दे को “इयरड्रम” कहा जाता है, जो कान के मध्य और बाहरी हिस्से के बीच मौजूद होता है। कान के बीच वाले हिस्से में अतिरिक्त द्रव जमा होने पर ठीक से सुनाई देना बंद हो जाता है, जिसे ठीक करने के लिए मेरिंगोटॉमी सर्जरी की जाती है।
सर्जरी से पहले डॉक्टर कुछ विशेष टेस्ट करते हैं, जैसे श्रवण परीक्षण या टिम्पैनोमेट्री आदि जिनकी मदद से कान के पर्दे की जांच की जाती है। आपको अपने साथ किसी करीबी रिश्तेदार या मित्र को लाने को कहा जाएगा, ताकि वे सर्जरी के बाद आपको घर ले जा सकें। डॉक्टर आपको सर्जरी होने से पहले कम से कम आठ घंटे तक खाली पेट रहने की सलाह दे सकते हैं। यह सर्जरी बच्चे व बूढ़े भी करवा सकते हैं। यह सर्जरी करने के लिए बच्चों को जनरल एनेस्थीसिया दी जाती है, जबकि यदि वयस्कों को यह सर्जरी करवानी है तो हो सकता है कि लोकल एनेस्थीसिया की ही आवश्यकता पड़े।
इस सर्जरी के दौरान सर्जन कान के पर्दे में एक छोटा सा कट लगाते हैं, जिसकी मदद से अतिरिक्त द्रव को बाहर निकाला जाता है। सर्जरी के बाद आपको कुछ विशेष ईयर ड्रॉप दवाएं दी जाएंगी और जब तक सर्जरी के घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं आपको ईयर प्लग लगाने की सलाह दी जाएगी।
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