लंग वॉल्यूम रिडक्शन एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसका इस्तेमाल सांस लेने की क्षमता में सुधार करने के लिए किया जाता है। यह सर्जरी आमतौर पर वातस्फीति से ग्रस्त उन मरीजों के लिए की जाती है, जिनके फेफड़े क्षतिग्रस्त हो गए हों। वातस्फीति, फेफड़ों की बीमारी है, जिसमें मरीजों को सांस लेने में कठिनाई और सांस फूलना जैसी समस्याएं आती हैं।
सर्जरी से पहले सर्जन विभिन्न प्रकार के टेस्ट करते हैं, जिनकी मदद से फेफड़ों के स्वास्थ्य व कार्यक्षमता की जांच की जाती है। डॉक्टर सर्जरी करने से कम से कम 6 महीने पहले ही आपको धूम्रपान छोड़ने की सलाह देते हैं। सर्जरी वाले दिन मरीज को कुछ भी खाने या पीने से मना किया जा सकता है। इस सर्जरी को जनरल एनेस्थीसिया देकर किया जाता है, जिसके असर से मरीज को गहरी नींद आ जाती है। सर्जरी के दौरान सर्जन फेफड़ों के क्षतिग्रस्त हिस्सों को निकाल देते हैं। सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको ऐहतियात और देखभाल संबंधी जरूरी बातें बताएंगे ताकि आप जल्दी स्वस्थ हो सकें।
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