फेमोरल ऑस्टियोटोमी एक विशेष सर्जरी प्रोसीजर है, जिसकी मदद से कूल्हे के जोड़ या फीमर हड्डी में होने वाली असामान्यताओं का इलाज किया जाता है।
सर्जरी से पहले डॉक्टर आपके स्वास्थ्य से संबंधित पिछली सभी जानकारियां लेते हैं और साथ ही आपके कुछ टेस्ट भी करते हैं। टेस्टों के रिजल्ट बताते हैं, कि फेमोरल ऑस्टियोटोमी सर्जरी आपके लिए कितनी उचित है। यह प्रोसीजर जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर की जाती है। सर्जरी के दौरान कूल्हे के बाहरी हिस्सों की तरफ चीरा लगाया जाता है, जिसकी मदद से फीमर हड्डी एक टुकड़े को काट दिया जाता है और उसे सही सीधा करके फिर से लगा दिया जाता है।
सर्जरी के बाद आपको लगभग चार से पांच दिन तक अस्पताल में रखा जाता है और इस दौरान आपको फिजिकल थेरेपी की आवश्यकता पड़ती है। आप छह हफ्तों में चलने लग जाते हैं,लेकिन शुरूआत में आपको वॉकर की आवश्यकता पड़ती है।
ऑपरेशन के लगभग एक या दो हफ्तों के बाद आपको फिर से अस्पताल बुलाया जाता है, जिस दौरान यह जांच की जाती है कि सर्जरी से कितना सुधार हुआ है और आप सामान्य रूप से स्वस्थ हो रहे हैं या नहीं। फेमोरल ऑस्टियोटोमी सर्जरी के बाद यदि आपको बुखार या सर्जरी वाले घाव में सूजन आदि कोई भी लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से बात कर लें।
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