एस्केरोटॉमी आपातकालीन स्थितियों में किया जाने वाला एक सर्जिकल प्रोसीजर है। आमतौर पर इसे तब किया जाता है, जब किसी घटना के कारण त्वचा का कोई बड़ा हिस्सा या त्वचा गहराई तक जल जाती है। यदि त्वचा गहराई तक जल जाती है, तो वह सूख जाती है और उसका लचीलापन भी पूरी तरह से खत्म हो जाता है। ऐसी स्थिति में त्वचा की ऊपरी परत (चमड़ी) के नीचे की वसा की परत में मौजूद तरल पदार्थ आसपास के ऊतकों की खाली जगह में चली जाती है, जिससे शरीर की रक्त परिसंचरण (ब्लड सर्कुलेशन) और श्वसन प्रक्रियाएं प्रभावित हो जाती है। एस्केरोटॉमी सर्जरी के दौरान जली हुई त्वचा पर चीरा लगाते हैं, जिससे दबाव कम हो जाता है और परिसंचरण व श्वसन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। त्वचा का बड़ा हिस्सा जल जाना या त्वचा गहराई तक जलना एक घातक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के प्रभावित अंग को काटना पड़ सकता है और यहां तक कि उसकी मृत्यु भी हो सकती है। समय पर एस्केरोटॉमी सर्जरी करके मरीज के जीवन व उसके अंग को बचाया जा सकता है। सर्जरी के बाद घाव की गहनता से देखभाल और मरीज को पर्याप्त पोषक तत्व देने की महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं चलाई जाती हैं। त्वचा की रूपरेखा और शरीर की कार्यक्षमता में सुधार करने के लिए एस्केरोटॉमी के बाद कुछ अन्य सर्जरी भी की जा सकती हैं, जैसे फासीओटॉमी, स्किन ग्राफ्टिंग सर्जरी व अन्य कई प्रकार की कॉस्मेटिक सर्जरी आदि। सर्जरी के बाद आपको कुछ हफ्तों से महीनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ सकता है, जो निर्भर करता है कि त्वचा कितनी गंभीर रूप से जली है।
(और पढ़ें - जलने पर क्या लगाएं)