कोक्सिजेक्टोमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसकी मदद से गुदा की हड्डी (गुदास्थि/कोसिक्स) को निकाला जाता है। गुदा की हड्डी को टेलबोन (रीढ़ की हड्डी का निचला सिरा) भी कहा जाता है और कोक्सिजेक्टोमी की मदद से इसके एक हिस्से या पूरी टेलबोन को निकाल दिया जाता है। इस सर्जिकल प्रक्रिया का इस्तेमाल सिर्फ तब ही किया जाता है, जब आपको काक्सीडीनिया होता है।
काक्सीडीनिया (कॉक्सिडीनिया) को गुदास्थि पीड़ा भी कहा जाता है, जिसमें गुदा की हड्डी में दर्द होता है और छूने पर यह दर्द बदतर हो जाता है। काक्सीडीनिया में होने वाला यह दर्द कई बार अत्यधिक तीव्र होता है, जो लंबे समय तक खड़े या बैठे रहने पर बदतर हो जाता है और सोते समय भी काफी दिक्कतें पैदा करता है।
काक्सीडीनिया में बार-बार चुभन की तरह महसूस होने वाला तीव्र दर्द महसूस होता है। सर्जरी से पहले कुछ प्रकार के इमेजिंग स्कैन व अन्य टेस्ट करेंगे ताकि दर्द के कारण का पता लग पाए। डॉक्टर आपको सर्जरी से पहले कुछ भी खाने या पीने से मना कर सकते हैं। सर्जरी शुरू करने से पहले मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया दवा दी जाती है। कोक्सिजेक्टोमी के बाद जब आप आसानी से हिल-ढुल पा रहे हों, तो आपको अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। सर्जरी के छ: से आठ हफ्तों तक आपको डॉक्टर के पास दिखाने आना पड़ सकता है।
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