मिलली सिरप में फेरस एस्कॉर्बेट और फोलिक एसिड होता है।
मुख्य सामग्रियों की भूमिका:
लौह एस्कोर्बेट लोहे की कमी को रोकने और उसका इलाज करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लोहे के पूरक हैं। यह रक्त विरोधी विकार के गुण हैं और रक्त गठन के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है। फेफड़ों से ऊतकों को ऑक्सीजन ले जाने में हीमोग्लोबिन के उचित कामकाज के लिए लोहे आवश्यक है।
फोलिक एसिड विटामिन बी का एक पानी घुलनशील प्रकार है जो फोलेट की कमी को रोकने और उसका इलाज करने में मदद करता है। शरीर में नए प्रोटीन को तोड़ने, उपयोग और निर्माण करने के लिए फोलिक एसिड आवश्यक है, और लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है।
मिलली सिरप लोहे की कमी और एनीमिया के इलाज के लिए इस्तेमाल एक लोहे के पूरक है।
उपयोग की दिशा: मौखिक रूप से दो बार दैनिक मिलाकर मिलाकर सिरप लें।
चिकित्सा पर्यवेक्षण के अंतर्गत उपयोग करें