भारत के ज्यादातर लोगों में स्वास्थ्य से जुड़ी एक समस्या जो बेहद कॉमन है वह है- विटामिन डी की कमी। इस वक्त जब सभी लोग कोविड-19 इंफेक्शन की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण अपने-अपने घरों में बंद हैं, ऐसे में विटामिन डी की कमी की समस्या एक बार फिर बढ़ सकती है। इसकी वजह ये है कि बहुत से घरों में धूप बिलकुल नहीं आती और जहां खिड़कियों से धूप आती भी है वहां खिड़की में लगे कांच की वजह से यूवी किरणें फिल्टर हो जाती हैं। ऐसे में घर बैठकर काम करने वाले लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है खासकर वैसे लोगों में जिनके शरीर में विटामिन डी की मात्रा पहले से ही सामान्य से कम है।
सूरज की रोशनी से मिलता है विटामिन डी
विटामिन डी को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है क्योंकि सूरज की किरणों के संपर्क में आने पर हमारा शरीर खुद ब खुद शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल से विटामिन डी बनाने का काम करने लगता है। यह विटामिन कैल्शियम को पचाने और इसके अवशोषण, हड्डियों की मजबूती, कोशिकाओं के विकास, मांसपेशियों के सामान्य फंक्शन, सूजन को कम करना और इम्यून सिस्टम यानी रोगों से लड़ने की क्षमता को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
इम्यून मॉड्यूलेटर है विटामिन डी
इसे भले ही विटामिन कहा जाए लेकिन विटामिन डी हकीकत में एक हार्मोन है और इम्यून मॉड्यूलेटर भी। शरीर की इम्यूनिटी यानी बीमारियों से लड़ने की ताकत को बनाए रखने में भी विटामिन डी का अहम रोल होता है। ऐसे में जब कोविड-19 महामारी का प्रकोप चारों तरफ फैला है, अपने शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी है। लेकिन भारत के 80 से 90 फीसदी लोगों में विटामिन डी की कमी साफतौर पर देखी जा सकती है। फूड सोर्स यानी खाने-पीने की चीजों से बहुत कम मात्रा में विटामिन डी मिल पाता है, इसलिए विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए सप्लिमेंट्स का सेवन करने की जरूरत पड़ती है।
(और पढ़ें: महामारी और लॉकडाउन के बीच ऐसे रखें सेहत का ख्याल)
शरीर में विटामिन डी की कमी के लक्षण
लॉकडाउन के दौरान घर में बंद रहते हुए अगर आपको उदासी, चिड़चिड़ापन या डिप्रेशन महसूस हो रहा है, आपका वजन बढ़ रहा है, हद से ज्यादा थकान महसूस हो रही है, कोई चोट या घाव भर नहीं रहा, पाचन संबंधी परेशानी महसूस हो रही है, हड्डियों और जोड़ों में दर्द हो रहा है और लगातार बाल गिर रहे हैं तो ये सभी लक्षण शरीर में विटामिन डी की कमी के संकेत हो सकते हैं। ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप सूरज की रोशनी के संपर्क में आने के साथ-साथ ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें विटामिन डी की अधिक मात्रा हो।
विटामिन डी की कमी से ऐसे बचें
- जब भी आपकी बालकनी या टेरेस पर धूप आ रही हो तो हर दिन कम से कम 30 मिनट के लिए धूप में जरूर जाएं। खासकर सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच। इस वक्त लॉकडाउन की वजह वायु प्रदूषण भी नहीं और वातावरण भी साफ है। लिहाजा आप कुछ देर धूप में बैठकर विटामिन डी ले सकते हैं। सूर्य की किरणों से शरीर में नैचरल तरीके से विटामिन डी बनता है जो बेहद फायदेमंद होता है।
- विटामिन डी से भरपूर (फॉर्टिफाइड) दूध का सेवन करें। इसके लिए जरूरी है कि आप दूध का जो पैकेट खरीदें उस पर F+ लिखा हो। इससे भी आप अपनी विटामिन डी की डेली जरूरत को पूरा कर सकते हैं।
- अपने खाने में साल्मन या कॉड मछली, मशरूम, अंडा, दूध, पनीर, सोया मिल्क, संतरे का जूस आदि शामिल करें। ये चीजें विटामिन डी से भरपूर होती हैं।
- विटामिन डी सप्लिमेंट्स यानी वैकल्पिक दवा भी केमिस्ट की दुकानों पर आसानी से मिल जाती है। शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आप इन सप्लिटमेंट्स का सेवन कर सकते हैं।
(और पढ़ें: अलग-अलग बीमारियों के लिए मौजूद इन दवाइयों से खोजा जा रहा कोविड-19 का इलाज)