यूरिन इंफेक्शन को ठीक किया जा सकता है। जब आप इस संक्रमण के लिए ट्रीटमेंट लेना शुरू करते हैं, तो इसके ज्यादातर लक्षण 24 से 48 घंटों के अंदर चले जाते हैं। अगर आपको किडनी इंफेक्शन है, तो लक्षणों को ठीक होने में 1 हफ्ता या इससे ज्यादा समय भी लग सकता है।
यूरिन इंफेक्शन, यौन संबंध से नहीं फैलता है और न ही यह संक्रामक है, लेकिन यौन संबंध के दौरान कुछ ऐसे बैक्टीरिया आपके पार्टनर में पारित हो सकते हैं, जो यूरिन इंफेक्शन के लिए जिम्मेदार होते हैं। कुछ मामलों में यूरिन इंफेक्शन यौन संबंध बनाने का साइड इफेक्ट (दुष्प्रभाव) हो सकता है, जैसे क्लैमाइडिया और ट्राइकोमोनिएसिस। क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाला यौन संचारित रोग है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को संक्रमित कर सकता है। महिलाओं को गर्भाशय ग्रीवा, मलाशय या गले में क्लैमाइडिया हो सकता है, जबकि पुरुषों में यह मूत्रमार्ग (लिंग के अंदर), मलाशय या गले में हो सकता है। ट्राइकोमोनिएसिस एक आम यौन संचारित रोग है, जो कि ट्राइकोमोनास वेजिनेलिस नामक एक प्रोटोजोआ परजीवी के संक्रमण के कारण होता है। इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं।
यह इंफेक्शन यौन संबंध बनाने से नहीं फैलता है। यह बैक्टीरिया की वजह से होने वाला संक्रमण है। जब बैक्टीरिया मूत्र मार्ग के अंदर पहुंच जाते हैं, तो यह मूत्र मार्ग को संक्रमित कर देता है। यही कारण है, जिसकी वजह से यौन संबंध बनाने से महिलाओं को अक्सर मूत्र मार्ग में संक्रमण हो जाता है। यूटीआई संक्रामक नहीं होता है, इसलिए आपको यह परेशानी किसी संक्रमित व्यक्ति से नहीं हो सकती है।
ट्राइकोमोनिएसिस, क्लैमाइडिया और वायरस की वजह से आपको मूत्र मार्ग में संक्रमण हो सकता है। ये समस्याएं आपको लो रेसिस्टेंस, खराब डाइट, तनाव, शिशु के जन्म के बाद मूत्राशय में क्षति पहुंचना, सर्जरी और कैथीटेराइजेशन (मूत्र नली) में किसी तरह की गड़बड़ी की वजह से हो सकती है।
आपने जो जानकारी हमें दी है, उनके अनुसार आपको किडनी से जुड़ी समस्या हो सकती है। क्योंकि जब किडनी में संक्रमण होता है, तो इसके लक्षण कुछ ही घंटों के अंदर नजर आने लगते हैं। आमतौर पर इसमें बुखार और कंपकपी होती है। इसके अलावा पीठ या बाजू में दर्द भी हो सकता है। अस्वस्थ महसूस करने के अलावा आपको सिस्टिटिस जैसे मूत्र पथ का संक्रमण (यूटीआई) के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। सिस्टिटिस एक ऐसा रोग है, जिसमें मूत्राशय में सूजन, लालिमा व जलन होने लगती है। ऐसे में आपको जल्द से जल्द नेफ्रोलॉजिस्ट से मिल लेना चाहिए।
जी हां, ये यूरिन इंफेक्शन के संकेत हो सकते हैं। मूत्राशय में संक्रमण यदि गंभीर नहीं है तो यह अपने आप ठीक हो सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह अपने आप से ठीक नहीं होता है और इसके लिए ट्रीटमेंट लेने की जरूरत होती है। यूरिन इंफेक्शन को ठीक करने के लिए एंटीबायोटिक दवा लेने की सलाह देते हैं। अगर यूरिन इंफेक्शन का इलाज न किया जाए, तो यह संक्रमण पूरे शरीर में फैल सकता है और आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।
पीना शरीर के लिए अच्छा होता है और यह पेशाब को पतला करता है, जिससे आपको बार-बार पेशाब आता है। खूब पानी पीने से मूत्र मार्ग में मौजूद बैक्टीरिया पेशाब के जरिए बाहर निकल जाते हैं और इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। इसलिए अगर आपको यूरिन इंफेक्शन है, तो आप खूब सारा पानी पिएं।
जी नहीं, हो सकता है कि आपकी बेटी को किडनी में संक्रमण हो गया हो। ऐसे में उसे यूरोलॉजिस्ट के पास ले जाएं और उसका केयूबी (किडनी, यूरेटर और ब्लैडर) टेस्ट करवा लें।
आपकी पत्नी को यूरिन इंफेक्शन हो सकता है। आप उन्हें गयनेकोलॉजिस्ट यानि कि स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास ले जाएं। इसकी पुष्टि करने के लिए डॉक्टर उनकी जांच करेंगी और जांच की रिपोर्ट के अनुसार ही उन्हें उचित दवा के लिए सलाह दे पाएंगी।