जब आप मसूड़ों में सूजन के लिए ट्रीटमेंट ले रहे होते हैं, तो इसके लक्षणों में सुधार कुछ दिनों के बाद दिखने लगते हैं, लेकिन इसके सभी लक्षणों को ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है। अधिकतर मामलों में जिंजावाइटिस 10 से 14 दिनों के अंदर ठीक हो जाती है। अगर आपकी समस्या गंभीर है, तो इसे ठीक होने में अधिक समय लग सकता है।
अगर आपको मसूड़ों में सूजन दिखाई देती है, तो यह समस्या आपको मसूड़े की बीमारी, मुंह के खराब स्वास्थ्य या मुंह में किसी तरह के फोड़े की वजह से हो सकती है। आप एक दिन का समय लें और मुंह के स्वास्थ्य में सुधार करें, जैसे दांतों को ब्रश करना और फ्लॉसिंग करना। मुंह की देखभाल से आपकी समस्या ठीक हो सकती है और साथ ही यह मुंह के खराब स्वास्थ्य की वजह से होने वाली कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है।
अगर आपको मसूड़ों में फोड़ा हो गया है, तो इसमें से पस निकलने की वजह से आपको खाना खाते समय भोजन का स्वाद बेकार लग सकता है और मुंह से बदबू भी आ सकती है। मुंह में फोड़े के कारण आपको हल्का और तेज दोनों तरह के दर्द महसूस हो सकते हैं। इसके लिए ट्रीटमेंट लेने की जरूरत होती है। यह संक्रमण की वजह से होता है जो खुद से ठीक नहीं होता है, जिसकी वजह से आपको मुंह में किसी तरह की क्षति हो सकती है। आप डेंटिस्ट से मिलकर इसके लिए इलाज शुरू करें।
अगर आप इसका चेकअप नहीं करवाते हैं और इसे अनुचारित छोड़ देते हैं, तो इस समस्या के कारण मसूड़ों व हड्डी को नुकसान पहुंच सकता है और दांत भी गिर सकते हैं। यहां तक कि यह बढ़कर पायरिया (मसूड़ों की बीमारी) भी हो सकता है, जो कि मसूड़ों में होने वाली सबसे गंभीर बीमारी है। पायरिया व्यस्क लोगों में दांत गिरने का एक मुख्य कारण है। कुछ तरह की बीमारियां जैसे कैंसर और डायबिटीज पायरिया के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
मसूड़ों में किसी तरह की चोट या क्षति हो जाती है, तो मुंह में संक्रमण प्रवेश करने लगते हैं। इसकी वजह से दांतों और मसूड़ों के बीच फोड़ा हो सकता है। अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह समस्या बढ़ने लगती है और मरीज को सेप्टिक हो जाता है। हालांकि, मसूड़ों के क्षतिग्रस्त होने पर किसी की मृत्यु होना दुर्लभ है, लेकिन यह मरीज में स्ट्रोक, हार्ट अटैक और अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
जी हां, मसूड़ों में सूजन की वजह से जी मितली हो सकती है। मसूड़े में फोड़ा होना मुंह, चेहरे और जबड़े में होने वाले संक्रमण का एक संकेतक है, जो मसूड़ों में संक्रमण, दांतों में संक्रमण या कैविटी के रूप में शुरू हो सकता है। इसकी वजह से आपको जी मितली, उल्टी, बुखार, ठंड लगना और पसीना आने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आप डेंटिस्ट से मिलें और मुंह की साफ-सफाई का ध्यान रखें। नियमित रूप से दांतों को ब्रश करें और फ्लॉसिंग करें।
आपको जिंजीवाइटिस की समस्या हो सकती है। यह मसूड़ों में होने वाली सूजन है, जो आमतौर पर जीवाणु (बैक्टीरिया) संक्रमण के कारण होती है। यह सामान्य तौर पर मुंह की साफ-सफाई और देखभाल न रखने की वजह से होता है। दर्द और सूजन को कम करने के लिए आप टैबलेट Ketorol DT दिन में 2 बार 2 दिन के लिए लें। इसी के साथ अपने मुंह की साफ-सफाई का ध्यान रखें, नियमित रूप से दांतों को ब्रश करें और फ्लॉसिंग करें।
आपकी समस्या गंभीर हो सकती है। इसलिए आपको तुरंत किसी डेंटिस्ट को दिखा लेना चाहिए। अगर आप इसके लिए अभी ट्रीटमेंट नहीं लेते हैं, तो समस्या और गंभीर हो सकती है। मुंह से जुड़ी ज्यादातर समस्याएं मुंह के खराब स्वास्थ्य की वजह से होती हैं। इसलिए आप मुंह की साफ-सफाई का ध्यान रखें। नियमित रूप से दांतों को ब्रश करें और फ्लॉसिंग करें।
मसूड़ों में किसी तरह की चोट या संक्रमण की वजह से फोड़ा हो सकता है, जिसमें से पस निकलने पर आपको खाना खाते समय भोजन का स्वाद बेकार लग सकता है और मुंह से बदबू भी आ सकती है। यह समस्या मुंह के खराब स्वास्थ्य की वजह से होती है। इसलिए आप मुंह की साफ-सफाई का ध्यान रखें। नियमित रूप से दांतों को ब्रश करें और फ्लॉसिंग करें। एक बार आप डेंटिस्ट से मिलकर भी सलाह लें।