आपको बबासीर है जिसके लिए आप डॉक्टर से मिले और उनसे इलाज करवाएं। गैस प्रॉब्लम के लिए आप टैबलेट एंटासिड लें।
गैस प्रॉब्लम के लिए आप टैबलेट एंटासिड दिन में 3 बार लें। अगर इससे आपको आराम नहीं मिलता है तो डॉक्टर से मिलकर एंडोस्कोपी से जांच करवा लें। आप तीखे और तले खाने से दूर रहें।
शरीर में गैस बनने को रोकने के लिए आप अपनी डाइट को अच्छी रखें। तीखे, तले और ऐसी चीज़ो को न खाएं जिनसे पेट में गैस बनती है।
बिस्तर पर एक तरफ लेट जाएं और अपने घुटनों को छाती तक खींचे, इससे गैस बाहर निकलने में मदद मिलती है। यह पोजीशन (स्थिति) पेट की गैस को आंत से बाहर निकालने में मदद करती है। इसमें कुछ मिनट से अधिक समय लग सकता है। लेटकर पैरों को धीरे-धीरे छाती तक ले जाना और फिर वापस नीचे लाना, इससे भी गैस बाहर निकलने में मदद मिल सकती है।
आप कोशिश करें कि दिन में तीन बार ज्यादा खाने की जगह कई बार थोड़ा-थोड़ा करके खाना खाएं। जब भी आप खा सकते हैं तब खाएं। आप उन चीजों को न खाए जिनसे पेट खराब हो सकता है खासकर तीखा, एसिडिक, तली और फैट वाली चीजें। इसी के साथ कॉफी और चाय से भी दूरी बनाए। तनाव आपके गैस्ट्रिक प्रॉब्लम को और बढ़ा सकता है। तनाव से दूर रहना थोड़ा मुश्किल काम है लेकिन आप कंट्रोल कर सकते है। अगर आपको आराम करने में मुश्किल आती है तो आप मैडिटेशन (ध्यान लगाना), योगा आदि करें। आप सोने से 2 घंटे पहले खाना खा लिया करें और सोते समय आप अपने सिर को थोड़ा ऊपर उठा कर रखें। अगर आपको इसके लक्षण दिखाई देते है तो आप डॉक्टर से मिले और उनसे इसके लिए दवा लें।
आपको गेस्ट्रिक या गर्ड प्रॉब्लम है। इसके लिए आप एंडोस्कोपी से जांच करवा लें।
आप डॉक्टर से मिलें और उन्हें अपनी इस समस्या के बारे में बताएं। इसके बाद ही डॉक्टर आपको सही सलाह और दवाई दे सकेंगे।
आप फास्ट (व्रत) आदि न रखें और तीखी चीजों को खाने से बचे और दूध भी न पिए। आप उन चीजों को न खाए जिनके खाने के बाद पेट में गैस बनती है जैसे प्याज, सलाद, बंधगोभी और फूल गोभी आदि।
चाय पीने से गैस की प्रॉब्लम नहीं होती है इसके लिए आपको किसी विशेषज्ञ गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट से मिले। गैस प्रॉब्लम के लिए आप नॉर्मल डॉक्टर से भी इलाज करवा सकते है।
गैस्ट्रिक की वजह से आपको इस तरह के लक्षण हो सकते है। लेकिन इसके लिए दूसरे कारणों को जानने की भी जरूरत है। आपको तीखी चीजे, कॉफी, चाय, कोल्ड ड्रिंक, शराब और स्मोकिंग आदि छोड़ना होगा। अपनी डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करें वह सबसे बेहतर है। आपके इसके लिए पूरा इलाज करवाना होगा। अधूरे इलाज से यह प्रॉब्लम फिर से हो सकती है।