ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। नर्म आहार जैसे दाल, मैश किए हुए उबले आलू, नर्म फल, दही, आधे पके अंडे खाएं। शरीर को पर्याप्त आराम दें। इन दिनों एसिडिक और तीखा खाना खाने से बचें। नमक पानी से दिन में कई बार कुल्ला करें। इन सबके बावजूद अगर आराम न आए तो अपनी नजदीकी डाक्टर से संपर्क कर अपनी जांच कराएं। वे आपको कुछ एंटीबायोटिक्स दे सकते हैं।
गले में दर्द होना ठंड लगने की निशानी है। इसके साथ ही अगर कुछ लक्षण और नजर आते हैं जैसे नाक बहना, छाती में जकड़न, आंखों का लाल होना। इसका मतलब है की ठंड की वजह से गले में दर्द है। यह समस्या एक या दो दिन में अपने आप ही ठीक हो जाएगी। अगर ऐसा न हो तो नजदीकी डाक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए।
आपकी बातों से लग रहा है कि आपको एक्यूट फैरिंगो टॅान्सिलाइटिस है। यह गले का एक आम संक्रमण है। आपको दर्द निवारक दवा, एंटीबायोटिक के साथ-साथ कुल्ला करने के लिए एंटीसेप्टिक माउथ गार्गल लेना होगा। इसके लिए आप ईएनटी से संपर्क करें। वैसे इस बीच अपना ख्याल रखने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें-
बोलने में तकलीफ कई तरह की बीमारियों का लक्षण है जैसे टॅान्सिलाइटिस, लेरिन्जाइटिस। लेकिन इसके साथ ही और अन्य लक्षण भी देखने को मिलते हैं जैसे बुखार, खांसी आदि। सिर्फ गले में दर्द और बोलने में तकलीफ होने पर कुछ दिनों तक आराम करना चाहिए, बहुत सारा पानी पीना चाहिए। समय गुजरने के साथ-साथ समस्या अपने आप कम होने लगेगी। अगर ऐसा न हो और साथ में तेज बुखार भी आने लगे तो डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।
आप खुद ही किसी तरह की दवा लेने से पहले बेहतर है डाक्टर से संपर्क करें। आपको ईएनटी विशेषज्ञ के पास जाकर अपनी समस्या के बारे में बताना चाहिए। इसके बाद उन्हीं के अनुरूप दी गई दवा लेनी चाहिए।
गले में दर्द होना बहुत ही सामान्य बीमारी है। इसके लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं होती। कई बार गले में दर्द के साथ-साथ हल्का बुखार और सर्दी-जुकाम हो सकता है। इससे राहत के लिए पेरासिटामोल, आईबूप्रोफेन ले सकते हैं। जो लोग एस्प्रिन नहीं खा सकते, उनके लिए पेरासिटामोल बेहतर विकल्प है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि 16 साल से कम उम्र के बच्चों को एस्प्रिन नहीं देनी चाहिए। लेकिन अगर हल्के बुखार होने के साथ-साथ निगलने और सांस लेने में भी तकलीफ होने लगे साथ ही बुखार काफी ज्यादा बढ़ जाए तो यह चिंता का विषय बन सकता है। इसका मतलब है कि आपका इंफेक्शन फैल गया है। ऐसी सिचुएशन में देर करने के बजाय डाक्टर से संपर्क कर अपनी जांच कराएं।
आपके द्वारा दी हुई जानकारी पर्याप्त नहीं है। बेहतर है आप ईएनटी विशेषज्ञ के पास जाकर अपनी समस्या विस्तार से बताएं। संभव है आपको कुछ जरूरी टेस्ट करने पड़े। इसके बाद ही आपकी समस्या का ठीक-ठीक समाधान निकल पाएगा।
गले में दर्द होने की वजह से कई बार गले में खराश भी पैदा हो जाती है। ऐसा अमूमन ठंड लगने की वजह से ही होता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही है तो दवा लेने से पहले कुछ उपायों को आजमा सकते हैं मसलन ज्यादा से ज्यादा गुनगुना पिएं, शहद खाएं। इसके अलावा अपनी डाइट में गर्म चीजों को शामिल करें।
संभवतः आपको एसिडिटी से संबंधित समस्या है। लेकिन देखने पर ही समस्या का पता चलेगा।बेहतर है आप अपने नजदीकी ईएनटी विशेषज्ञ से संपर्क करें और ठीक से इलाज करवाएं।
गले में दर्द और जलन होने की सामान्य वजह है गले में संक्रमण, ठंड लगना आदि। कुछ समय बाद यह अपने आप ही ठीक भी हो जाती है। लेकिन ऐसा होने पर चिंता तब की जाती है, जब इसके साथ-साथ अन्य लक्षण भी नजर आते हैं जैसे छाती में जलन, नाक बहना आदि। किसी भी तरह के लक्षण ज्यादा दिनों तक दिखे, तो तुरंत डाक्टर से अपनी जांच कराना ही बेहतर होता है। संभव है कि दिख रहे लक्षण किसी अन्य बड़ी बीमारी की ओर संकेत कर रहे हैं।
जिस तरह आप बता रही हैं, उससे लग रहा है कि आप ब्रश करने के दौरान काफी हार्श तरीके से गले की सफाई करती हैं। ऐसा करने से बचें। इस तरह सफाई करने की वजह से ही मुंह से खून निकल रहा है। सबसे पहले गला साफ करने का तरीका बदलें। इसके बावजूद अगर गले से खून निकलता हो और दर्द बना हुआ हो, तो बेहतर है कि विशेषज्ञ से संपर्क करें।
गले में दर्द और चुभन होने का मतलब है कि आपका संक्रमण काफी ज्यादा फैल चुका है। लेकिन अगर इसके साथ और भी कई लक्षण नजर आ रहे हैं जैसे निगलते हुए दर्द होना, गले के बाईं ओर दर्द होना। इसके साथ ही अगर ये लक्षण अचानक नजर आए हैं तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। संभवतः यह किसी गंभीर बीमारी के लक्षण हैं।
आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और अपने गले को जितना संभव हो आराम दें। नमक पानी से गार्गल करें। इस तरह धीरे-धीरे आपको आराम आने लगेगा। लेकिन इस बीच तीखा खाना खाने से बचें। ऐसा आहार न लें, जो आपके गले की समस्या को बढ़ा सकता है।
अमूमन गले में दर्द बुखार, सर्दी-जुकाम लगने की वजह से ही होता है। ऐसे में खांसी होना भी एक सामान्य लक्षण है। सर्दी का उपचार कर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। मसलन गर्म चीजें खाएं, सूप पिएं ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। अगर तब भी खांसी ठीक न हो तो कुछ दिनों में डाक्टर को दिखाएं।
एजी 500 एंटीबायोटिक है न कि दर्द निवारक दवा। लेकिन सवाल ये है कि क्या आप कंफर्म हैं कि आपको जुकाम और सर्दी की वजह से ही गले में दर्द है? खुद ब खुद किसी तरह की दवा लेने से बेहतर है कि ईएनटी डाक्टर से संपर्क करें। उनकी प्रिस्क्राइब की हुई दवा लें। इससे गले में दर्द की वजह का पता भी चल जाएगा और सही दवा भी मिलेगी।
यूं तो वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण की वजह से गले में दर्द होता है। कुछ ही दिनों में यह समस्या बढ़ने लगती है और 7 से 10 दिनों के अंदर यह ठीक भी हो जाती है। लेकिन लंबे समय यह समस्या बनी रहे तो सजग हो जाना चाहिए। बिना देरी किए डाक्टर को दिखाना चाहिए। संभव है कि समस्या सिर्फ सर्दी-जुकाम से जुड़ी न हो। साथ ही ऐसी सिचुएशन में अन्य लक्षणों पर भी गौर किए जाने की जरूरत होती है।
आप इस तरह परेशान होने के बजाय ईएनटी के पास या डेंटिस्ट के पास जाएं, जिनके पास माइक्रोस्कॅाप होता है। वे गले में देखकर आपको बताएंगे कि समस्या कहां है? तब तक गुनगुने पानी से गार्गल करती रहें।
आपने यह नहीं बताया कि आपको यह समस्या कितने दिनों से हो रही है। खैर, सबसे पहले आप पानी की मात्रा बढ़ाएं। तरल पदार्थ का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। किसी भी ऐसे आहार का सेवन न करें, जो तीखा हो। इन सबके इतर डाक्टर के पास जाएं। उन्हें अपनी समस्या बताएं व गला दिखाएं। देखने के बाद ही आपकी समस्या क्यों है, इसका पता चलेगा और तभी सही उपचार किया जाएगा।
आपकी आशंका सही है या नहीं, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। आप इस तरह परेशान न हों, बेहतर है ईएनटी के पास जाएं। हो सकता है कि सामान्य समस्या हो, जो दवाई के सेवन से ठीक हो सके।
आप गुनगुने नमक पानी से दिन में कम से कम तीन बार गार्गल करें और खूब पानी पिएं। ऐसे आहार लें, जिसे निगलने में कम दिक्कत हो। गर्म चाय पिएं। कुछ दिनों में आराम आ जायेगा।
ऐसा नहीं है कि खीरे के रायते की वजह से आपको समस्या हुई है। पहले से ही आपको सर्दी लगी हुई है। इसलिए बेहतर यही है कि ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं ताकि गले में नमी बनी रहे और नर्म आहार का सेवन करें। इससे आपकी समस्या कुछ कम होगी। तीखा खाना खाने से बचें। इसके अलावा नियमित गुनगुने नमक पानी से र्गागल करें। जल्द आराम आने लगेगा।
एक्सपायर दवा कभी नहीं लेनी चाहिए। इससे एलर्जी हो सकती है या फिर कोई और समस्या पैदा हो सकती है। बेहतर है आप ईएनटी स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। आपकी जो भी समस्या है, उन्हें विस्तार से बताएं। वह आपकी समस्या का समाधान करेंगे।