सांप का सबसे बड़ा हथियार उसका जहर होता है। अगर सांप किसी को काट ले तो उसके जहर का इलाज भी उसी के जहर में छिपा है। यही वजह है कि ब्राजील में बुतान्तन इंस्टिट्यूट की फैबीओला डीसूजा सांप के जबड़े को अपने हाथों से पकड़ती हैं और उसके अंदर मौजूद जहर को दबा कर बाहर निकाल लेती हैं। इसके बाद इस जहर से ब्राजील में हर साल कई लोगों की जान बचाई जाती है।
साऊ पाऊलो में स्थित बुतान्तन इंस्टिट्यूट की डीसूजा और उनके साथियों द्वारा इस जहर को हजारों सांपों से निकाला जाता है, जिससे सांप के जहर के असर को खत्म करने वाली दवा (एंटी वेनम) बनाई जाती है। इसे हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा देशभर के अस्पतालों में बांटा जाता है। कई दर्जन जहरीले सांप जैसे जर्राका, ब्राजील के गर्म और नम मौसम में पनपते हैं।
2018 में पूरे ब्राजील में करीब 29,000 लोगों को सांपों ने डस लिया, जिनमें से 100 से भी अधिक ने अपनी जान गंवा दी थी। ब्राजील के सबसे बड़े राज्य एमेज़ॉन में विश्वभर के सबसे अधिक जहरीले सर्प पाए जाते हैं। यहां जहर की दवा वाले अस्पतालों तक पहुंचने में कई घंटे लग सकते हैं। सांप को कोई नुकसान पहुंचाए बिना महीने में एक बार उससे जहर लिया जाता है। यह काम बेहद खतरनाक है।
ऐसा करने के लिए डीसूजा एक छड़ी की मदद से सांप को प्लास्टिक बैग से बाहर निकालती हैं और उसे कार्बन डाइआक्साइड से भरे ड्रम में डाल देती हैं। कुछ ही मिनटों में सांप सो जाता है। डीसूजा बताती हैं कि यह सांप के लिए कम दर्दनाक होता है। इसके बाद उसे एक कमरे में स्टेनलेस स्टील की बेंच पर रख दिया जाता है जहां का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस होता है। सांप के अंदर से जहर निकालने के लिए डीसूजा के पास कुछ ही मिनट होते हैं।
सांपों को मरे हुए चूहों का सेवन कराया जाता है। चूहों को यहां पर खासतौर पर सांपों को खिलाने के लिए पाल-पोष कर बड़ा किया जाता है। महीने में एक बार सांपों को खिलाने से पहले इन चूहों को मारा जाता है। जहर निकालकर वापस कन्टेनर में रखने से पहले डीसूजा सांप की लंबाई और वजन मापती हैं।
एंटी वेनम तैयार करने के लिए जहर की कुछ मात्रा को घोड़ों में डाला जाता है। यह घोड़े खासतौर से बुतान्तन के खेतों में पाले जाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि घोड़ों में सांप का जहर अंदर पहुंचते ही उनका इम्यून सिस्टम एंटीबॉडीज बनाने लगता है जो जहर को खत्म कर देते हैं।
इसके बाद जानवर में से खून को बाहर निकाला जाता है और उनकी एंटी बॉडीज से एक सीरम तैयार किया जाता है। बुतान्तन प्रोजेक्ट के मैनेजर फैन हुई वेन का कहना है कि इस समय देश का सारा एंटी वेनम इसी इंस्टिट्यूट में ही बनाया जा रहा है। यहां हर साल 10-15 मिलीलीटर की औसतन 2,50,000 वायल्स का उत्पादन होता है।
ब्राजील एंटी वेनम दवा की कुछ मात्रा लैटिन अमेरिका के देशों में दान भी करता है। ब्राजील अब इस दवा को विश्व भर में बेचने की योजना बना रहा है, जिससे विश्व में इसकी कमी को पूरा किया जा सके खासतौर से अफ्रीका में। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के मुताबिक हर साल करीब 54 लाख लोग सांपों द्वारा डसे जाते हैं। जिसमें से 81,000 से 138,000 लोगों की मृत्यु हो जाती है। कई लोग इससे उम्र भर जूझते रहते हैं और अंत में शारीरिक विकलांगता से ग्रस्त हो जाते हैं। ब्राजील इस योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके अनुसार 2020 के शुरुआत में एंटी वेनम दवा को अन्य देशों में भेजना शुरू कर दिया जाएगा।