आप शायद जानते ही होंगे कि शाही पनीर, चिकन टिक्का, गुलाब जामुन का स्वाद कैसा होता है।
टेस्टी, है ना?
और इनकी स्मेल भी उतनी ही अच्छी होती है।
लेकिन दुनिया में ऐसे करोड़ों लोग हैं जो न सूंघ सकते हैं और न ही कुछ भी टेस्ट कर सकते हैं।
जानना चाहेंगे कि टेस्ट और स्मेल न कर पाना कैसा लगता है? आइए आपको बताते हैं।
हममें से कुछ लोगों को हाल ही में स्वाद और गंध महसूस न होने का “स्वाद मिला” .. कोविड के कारण।
यदि आप उन बदकिस्मत लोगों में से एक थे, तो आप जानते हैं कि यह कितना विचलित करने वाला हो सकता है।
मीट खाने वाले बताते हैं कि मीट चबाना चमड़े को चबाने जैसा महसूस होता है।
टॉफी चबाना कंकड़ को दांतो से काटने जैसा महसूस होता है।
पनीर... खैर, पनीर पनीर की तरह ही लगता है!
बात यह है कि दुनिया में करोड़ों लोग हैं जो स्वाद और गंध से जुड़े विकारों के शिकार हैं - यानी करोड़ों लोग कम या पूरी तरह से स्मेल और टेस्ट नहीं कर पाते हैं।
गंध सम्बंधित विकार
- हाइपोसमिया - कम स्मेल कर पाना
- एनोस्मिया - बिलकुल न स्मेल कर पाना
- पेरोस्मिया - कुछ या सभी चीजों की स्मेल अजीब लगना
स्वाद सम्बंधित विकार
- हाइपोगुशिया - कम टेस्ट कर पाना
- एगुशिया - बिलकुल टेस्ट न कर पाना
- पेरागुशिया- कुछ या सभी चीजों का टेस्ट अजीब लगना
ये विकार इतने अलग-अलग कारणों से हो सकते हैं कि किसी व्यक्ति को ये प्रॉब्लम क्यों हुई है, इसका पता लगाना अक्सर मुश्किल होता है।
सामान्य कारण:
- सिगरेट-बीड़ी पीना
- मसूड़ों की बीमारी, खराब ओरल हाइजीन या अन्य दांतो की समस्याएं
- कान या सिर की चोट
- श्वसन संक्रमण (जैसे कोविड-19)
- रेडिएशन थेरेपी
लोग अक्सर इन विकारों को हल्के में लेते हैं, या इनको लेकर मजाक भी करते हैं।
लेकिन इनके गंभीर नुकसान हो सकते हैं।
लगभग हमेशा पीड़ित व्यक्ति का खाना-पीना नार्मल नहीं रहता। वे या तो बहुत ज्यादा खाने लगते हैं क्योंकि उन्हें खाने में मज़ा नहीं आता है। या वे बहुत कम खाने लगते हैं क्योंकि... उन्हें खाने में मज़ा नहीं आता है।
इसके अलावा, अगर आपको टेस्ट और स्मेल नहीं आती है, तो आप सड़ा या खराब हुआ खाना खा सकते हैं।
खाने-पीने से अलग भी नुकसान होते हैं - जैसे कि कुछ जलने या गैस लीक होने की स्मेल न आना।
दुर्भाग्य से, इन प्रोब्लेम्स का कोई भी ऐसा इलाज नहीं है जिससे बड़े पैमाने पर डॉक्टर सहमत हों। ज्यादातर डॉक्टर कारण की पहचान करने की कोशिश करते हैं और अगर सफलता मिले तो उसका इलाज करते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि आपकी सूंघने की शक्ति सिगरेट पीने की वजह से गयी है, तो सिगरेट छोड़ने पर वह वापस आ जाएगी।
आया ना मुंह में पानी ये सुनकर?!