चेचक, एक वायरस के होने वाली घातक बीमारी है जो बहुत गंभीर होती है। ये बहुत आसानी से फैल सकती है। हालांकि, आज के समय में चेचक को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। ये वेरियोला वायरस (Variola virus) के कारण होने वाला रोग है, जिसके कारण पहले के समय में कई लोगों की मृत्यु हुई है। ये वायरस आज भी रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों द्वारा दो स्थानों पर बेहद सुरक्षित तरीके से रखा गया है और इसके आस-पास काम करने वाले लोगों का नियमित रूप से चेचक के लिए टीकाकरण किया जाता है।
चेचक होने पर बुखार के साथ चकत्ते और फोड़े होते हैं, जो पूरे शरीर पर फैल जाते हैं। चेचक के दो आम प्रकार हैं - वेरियोला माइनर और वेरियोला मेजर, जिनमें से वेरियोला मेजर अधिक घातक है।
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चेचक का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसकी खोज अभी तक चल रही है। चेचक की वैक्सीन उपलब्ध है, जिससे चेचक होने से बचा जा सकता है। वैश्विक टीकाकरण अभियान के दौरान ये वैक्सीन कई लोगों को लगाई गई थी, जिसके परिणामस्वरूप 1980 तक पूरे विश्व से चेचक को खत्म कर दिया गया। अब ये वैक्सीन नियमित रूप से लोगों को नहीं लगाई जाती है, लेकिन जिन लोगों को चेचक होने का खतरा होता है, उन्हें ये वैक्सीन लगवानी चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि इस वैक्सीन के कई दुष्प्रभाव भी होते हैं।
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इस लेख में चेचक में क्या होता है, चेचक कैसे फैलता है और इसके लिए क्या करना चाहिए के बारे में बताया गया है।