आपके लक्षणों से पता चलता है कि आपको नेजल सेप्टम के टेढ़े होने या एलर्जी या संक्रमण की वजह से साइनस हुआ है। आप ईएनटी डॉक्टर से मिलकर अपना चेकअप करवा लें। नाक की एंडोस्कोपी और इसके बाद पैरानेसल साइनस का सीटी स्कैन करवा लें। आपको एंटी-हिस्टामाइन (एलर्जी को रोकने वाले) और स्टेरॉयड नेजल स्प्रे का इस्तेमाल करना चाहिए।
आप साइनोसाइटिस के लिए टैबलेट Amoxicillin एक दिन में तीन टाइम 5 दिन के लिए लें। इसी के साथ टैबलेट Sinarest दिन में 2 बार 3 दिन तक लें। अगर दवा लेने के बाद भी आपको यह समस्या रहती है तो आगे की जांच के लिए आप ईएनटी स्पेशलिस्ट से मिलें।
ऐसा लगता है आपको एक्यूट राइनो साइनोसाइटिस की समस्या है जो कि एक प्रकार का नाक में होने वाला संक्रमण है। इसके लिए आप टैबलेट Amoxicillin और नेजल ड्रॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आपकी बात सुनकर ऐसा लग रहा है कि आपको साइनस इंफेक्शन नहीं एलर्जिक रायनाइटिस है। आप ईएनटी के डॉक्टर से मिलकर अपना चेकअप करवा लें और इसके लिए ट्रीटमेंट जल्द से जल्द शुरू कर दें। समय पर इलाज लेने से आप गंभीर स्थिति से बच सकते हैं।
साइनस इंफेक्शन में अधिक मात्रा में तरल पदार्थ पीने चाहिए। कैफीन या अल्कोहल के सेवन से बचें, क्योंकि इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। नाक की साइनस गुहाओं में नमी होनी चाहिए। इसके लिए गर्म पानी की भांप लें। हल्के गर्म पानी से स्नान भी कर सकते हैं। इससे दर्द कम होगा और नाक में जमा बलगम भी बाहर निकल जाता है। चेहरे के दर्द को कम करने के लिए नाक, गाल और आंखों के चारों ओर गीले गर्म तौलिए से सिकाई करें। साइनस प्रॉब्लम में आपको प्रोसेस्ड शुगर, पास्ता, अंडे, दूध और तले हुए खाने से बचना चाहिए। इन बातों का ध्यान रख कर आप अपनी साइनस की प्रॉब्लम को ठीक कर सकते हैं।
'क्रोनिक साइनोसाइटिस' लंबे समय तक रहता है। आमतौर पर यह 12 महीने से अधिक समय तक रहता है। आमतौर पर क्रोनिक साइनोसाइटिस बैक्टीरिया के कारण नहीं होता है और ये एंटीबायोटिक लेने जैसे उपचार से ठीक नही होता है। क्रॉनिक साइनोसाइटिस के लिए एंटीबायोटिक थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मरीज को एक से ज्यादा एंटीबायोटिक्स लेने की जरूरत पड़ सकती है। इलाज के दौरान कोर्टिकोस्टेरॉइड नेजल स्प्रे की मदद से नाक के वायुमार्ग की परत से सूजन को कम किया जाता है। कुछ मामलों में इसके लिए सर्जरी की भी सलाह दी जाती है। उचित इलाज लेने और जरूरी सावधानी बरत कर आपकी प्रॉब्लम को ठीक किया जा सकता है।
समय के साथ एक्यूट साइनस इंफेक्शन, क्रोनिक इंफेक्शन का रूप ले सकता है। हालांकि, अधिकतर क्रोनिक साइनस इंफेक्शन साइसन की गलत बनावट जैसे कि नेजल पोलिप्स, साइनस के संकुचित होने या नाक की हड्डी टेढ़े होने की वजह से होते हैं। हे फीवर जैसी एलर्जी के कारण सूजन हो सकती है। आपकी प्रॉब्लम के पीछे ये कारण हो सकते हैं।
क्रोनिक साइनोसाइटिस को ठीक करने के लिए सर्जरी भी एक तरीका है। सर्जरी बाद डॉक्टर नमक के पानी से कुल्ला करने, एंटीबायोटिक दवाएं या अन्य दवाएं जारी रखने के लिए कह सकते हैं। इसलिए सर्जरी से साइनस का परमानेंट इलाज नहीं हो सकता है। ये बस आपको सांस लेने में मदद कर सकती है।
साइनस में शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और इससे नाक में जमा म्यूकस भी पतला होकर बाहर निकल जाता है। जी हां, साइनस इंफेक्शन में पानी और अन्य तरल पदार्थ पीने से लाभ होता है।