कई प्रकार के ओवेरियन सिस्ट होते हैं, जिनके अलग-अलग साइज होते हैं। फॅालिक्यूलर सिस्ट सामान्य साइज से लेकर 4 इंच या 10 सेंटीमीटर तक बड़ा हो सकता है। जबकि कॅार्पस ल्यूटियम सिस्ट, जो प्रत्येक माह ओव्यूलेशन के बाद बनता है, हफ्तेभर में अपने आप ही गायब हो जाता है। हालांकि कुछ परिस्थितियों में यह तीन माह तक भी बना रहता है और कई बार अंदर ही अंदर रक्तस्राव होने लगता है, जिस वजह से पेट में दर्द होता है। बहरहाल, इसका साइज 3 से 4 इंच तक पहुंच सकता है।
ओवेरियन सिस्ट को ट्रीटमेंट की जरूरत है या नहीं, यह उसके साइज पर निर्भर करता है। साथ ही आपमें किस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं, यह बात भी मायने रखती है। ज्यादातर मामलों में डाक्टर मरीज को कुछ दिनों तक सिस्ट की स्थिति को देखने की सलाह देते हैं। लक्षणों के आधार पर कुछ दिनों या हफ्तों में आपका अल्ट्रासाउंड और फिर ट्रीटमेंट शुरू किया जाता है। लेकिन अगर अल्ट्रासाउंड में सिस्ट नजर नहीं आता है तो ट्रीटमेंट नहीं किया जाता और न ही दूसरे टेस्ट किए जाते हैं।
फंक्शनल ओवेरियन सिस्ट को आमतौर पर ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती। यह 8 से 12 हफ्तों में अपने आप ही ठीक हो जाता है। हालांकि डाक्टर से परामर्श कर अपने मासिक धर्म को नियमित किया जा सकता है। इससे ओवेरियन सिस्ट की ग्रोथ में भी कमी आती है।
अगर ओवेरियन सिस्ट का साइज बड़ा है तो उसको सर्जरी की जरूरत होती है। इसके साथ ही अगर सिस्ट की वजह से कैंसर होने की आशंका हो तो भी सर्जरी के जरिए सिस्ट को निकाला जाता है। इसके लिए दो तरह की सर्जरी होती है, लेप्रोस्कोपी और लैपरटोमी।
ओवेरियन सिस्ट होने की कई वजहें हैं। लेकिन जो बाहरी वजह है वह है, लंबे समय से फर्टिलिटी ड्रग्स लेना। इस वजह से ओवेरी में कई बड़े-बड़े सिस्ट हो जाते हैं।
हाँ, महिला ओवेरियन सिस्ट होने के बावजूद गर्भवती हो सकती है। लेकिन यह पूरी तरह ओवेरियन के साइज और उसके प्रकार पर निर्भर करता है। हालांकि सिस्ट अपने शुरुआती स्तर पर बहुत छोटा होता है, जो गर्भावस्था के दौरान बढ़ सकता है। हालांकि ऐसे केसेस भी देखने को मिले हैं, जब ओवेरियन सिस्ट के बावजूद महिला की गर्भावस्था सामान्य रही है।
गर्भावस्था में सिस्ट होने का यह मतलब नहीं है कि आपकी डिलीवरी में समस्या आएगी। ऐसी सिचुएशन में आपको गाएनेकोलॅाजिस्ट से संपर्क करके यह जानना चाहिए कि क्या किसी तरह की सर्जरी की जरूरत है। डिलीवरी के दौरान डाक्टर सी सेक्शन या सर्जरी के जरिए सिस्ट को निकाल देते हैं।
सबसे पहले यह कंफर्म कर लें कि आपको ओवेरियन सिस्ट है या नहीं। अगर है तो कुछ इन उपायों के जरिए अपने दर्द को कम कर सकते हैं-
ध्यान रखें कि यहां जिस भी दवा या मेडिकेशन का जिक्र किया गया है, उसका इस्तेमाल डाक्टर द्वारा अपनी जांच करने के बाद ही करें।
त्वचा में किसी भी तरह की गांठ या सूजन चिंता का विषय होती है, लेकिन ज्यादातर समय हल्की सूजन या गांठ खुद ब खुद ठीक भी हो जाती है। जहां तक बात ओवेरियन ट्यूमर और ओवेरियन सिस्ट की है, तो अकसर इन दोनों के बीच फर्क करना मुश्किल होता है, क्योंकि ये एक ही जगह पर स्थित होते हैं। उदाहरण के तौर पर समझें कि ओवेरियन सिस्ट और ओवेरियन ट्यूमर दोनों हो सकते हैं, लेकिन इनमें कुछ छोटे छोटे फर्क होते हैं जैसे कि ओवेरियन सिस्ट अंडाशय में बने सिस्ट होते हैं जो बंद थैलीनुमा आकृति के होते हैं और उनमें तरल पदार्थ भरा होता है। जबकि ट्यूमर असामान्य कोशिकाओं का समूह होते हैं।
ओवेरियन सिस्ट और पेट में गैस बनने का आपस में कोई लिंक नहीं है। हां, कई बार मरीज को ओवेरियन सिस्ट की वजह से जब दर्द होता है, तो उन्हें यह गैस का दर्द लग सकता है। इसके लिए चेकअप के जरिए पता लगाया जा सकता है कि दर्द किस वजह से हो रहा है।
किडनी में सिस्ट हो सकते हैं। लेकिन ओवेरियन सिस्ट का किडनी से कोई संपर्क नहीं है और न ही ओवेरियन सिस्ट की वजह से किडनी में दर्द होता है।
हालांकि मेनोपॅाज के बाद ओवरी निष्क्रिय हो जाती है, इसके बावजूद ओवरी में सिस्ट बन सकते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि यह सिस्ट अपने आप ठीक हो जाते हैं और उन्हें किसी तरह की ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती।
हां, टीनएजर यानी जिसे पीरियड्स शुरू हो चुके हैं, उन्हें ओवेरियन सिस्ट हो सकता है।
टीनएजर या युवाओं में ओवेरियन सिस्ट होने पर सबसे पहले पीरियड्स अनियमित होते हैं। दो-तीन महीने तक पीरियड्स नहीं होते। इस बीच उनका वजन भी बढ़ जाता है। जैसा कि ओवेरियन सिस्ट अमूमन अपने आप ही ठीक हो जाता है, इसलिए इसके ठीक होते ही फिर से पीरियड्स शुरू हो जाते हैं। अगर ऐसा न हुआ तो टीनएजर की जांच की जाती है, अल्ट्रासाउंड के लिए कहा जाता है। रिपोर्ट के आधार पर जरूरी ट्रीटमेंट दिया जाता है। जरूरी हो तो लेप्रोस्कोपी के जरिए सिस्ट को बाहर निकाला जाता है।
क्या आपको अपने निचले पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा है? अगर ऐसा है तो हो सकता है कि आपको ओवेरियन सिस्ट है। ऐसे में देरी न करें और तुरंत डाक्टर से कंसल्ट करें। अगर ऐसा नहीं है, तो सिस्ट को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है।
बिना रिपोर्ट देखे यह कहना मुश्किल है कि आपकी सर्जर होगी या नहीं। आप अपने इस सवाल को हमारे कम्यूनिटी फीचर में एक बार पूछें, इसके लिए अपनी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट भी अटैच करें। वहां आपको अपनी समस्या का समाधान मिल जाएगा। वैसे आपको बता दूं कि अगर चॅाकलेट या कॅाम्पलेक्स सिस्ट हुआ, तो सर्जरी करना आवश्यक होगा। लेकिन सर्जरी endoscope के जरिए की जाती है। यह जटिल प्रक्रिया नहीं है।
आपने जो साइज यहां मेंशन किया है, वह बड़ा नहीं है। इसके बावजूद एक बार आपकी रिपोर्ट देखनी जरूरी है। बिना रिपोर्ट देखे आपकी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता।
आपकी समस्या गंभीर है। लेकिन जैसा कि आप बता रही हैं कि कई डाक्टर से सलाह ले चुकी हैं, सबने आपको लेफ्ट ओवेरी निकलवाने की सलाह दी है। बतौर डाक्टर मैं आपको यही सलाह दूंगी कि डाक्टरों के कहे अनुसार ही करें। उन्होंने अपनी रिपोर्ट को बारीकी से देखा-समझा होगा। जहां तक कन्सीव करने की बात है, इसको लेकर एक बार आप डाक्टर से ही ब्रीफ में बात कर लें। आपको मदद मिलेगी।
देखिए, ओवेरी में कई तरह के सिस्ट होते हैं। आपका ट्रीटमेंट सिस्ट के साइज और टाइप पर निर्भर करता है। बेहतर होगा कि आप उपचार के लिए डाक्टर से संपर्क करें। वे रिपोर्ट्स देखकर आपकी समस्या का समाधान बताएंगी।
अनियमित पीरियड और पेट में दर्द होना, ओवेरियन सिस्ट के लक्षण हैं। इसके बावजूद आप जल्द से जल्द सोनोग्राफी करवाएं। इससे आपकी ओवेरी में सिस्ट है या नहीं, यह कंफर्म हो जाएगा। साथ ही सिस्ट का साइज और टाइप का भी पता चल जाएगा। इसके लिए आप अपने नजदीकी एक्सपर्ट से मिलें और तुरंत इलाज शुरू करवाएं।
निश्चित रूप से डाक्टर को दिखाने के बाद ही यह पता चला होगा कि आपको सिस्ट है। बेहतर होगा कि आप इसके लिए डाक्टर से संपर्क करें। वे आपके टाइप और साइज को ध्यान में रखते हुए इलाज करेंगे। वैसे जिस साइज का आप यहां जिक्र कर रही हैं, उसको दवाई की मदद से रिजॅाल्व किया जा सकता है। इसके बावजूद मैं आपको यही सलाह दूंगी कि डाक्टर से संपर्क करें।
आपकी रिपोर्ट देखना जरूरी है। बिना रिपोर्ट देखे यह नहीं बताया जा सकता है कि आप नेचुरली कन्सीव कर सकती हैं या नहीं। आपके सिस्ट का टाइप का पता होना भी जरूरी है। आप अपनी रिपोर्ट नजदीकी गाएनेकॅालोजिस्ट को दिखाएं।
अगर लंबे समय से यह समस्या है तो आपको सर्जरी करवानी पड़ सकती है। इसके बाद भविष्य में आपको फर्टिलिटी का इलाज भी करवाना पड़ सकता है। बेहतर यही होगा कि आप गएनेकोलॅाजिस्ट से संपर्क करें। वह आपकी रिपोर्ट देखकर सही समाधान बता पाएंगे।