जी हां, दुनियाभर में ऐसा कई तरह के मीठे पकवान हैं जो बहुत स्वादिष्ट है और जिन्हें आप खाएं बिना नहीं रह सकते। आप बहुत ज्यादा मीठा खाते हैं, जो अक्सर शरीर में अधिक वसा के रूप में आता है जिसके कारण वजन बढ़ सकता है। डाइट में अधिक कैलोरीज लेने की वजह से वजन बढ़ता है और चीनी युक्त पदार्थ का सेवन इसे बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है।
मोटापा कम करने के लिए डाइट में कुछ बदलाव करने और एक्सरसाइज की सलाह दी जाती है, लेकिन हर मोटे व्यक्ति को इससे लाभ नहीं मिल पाता है। इस स्टेज पर डॉक्टर दवाओं और सर्जरी करवाने की सलाह दे सकते हैं।
सबसे पहले आप डाइट में बदलाव करें और ज्यादा तले एवं मसालेदार भोजन का सेवन न करें, खाना पेट भर कर न खाएं, समय पर खाएं, भूख से हमेशा एक चौथाई कम खाएं और खाने को छोटे-छोटे भागों में बांटकर खाएं।
इसी के साथ आप रोजाना एक्सरसाइज करें जिसमें तेज चलना और दौड़ना शामिल है। समय पर सोएं और पूरी नींद लें। अगर इन सभी उपायों को अपनाने के बाद भी लाभ नहीं मिलता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
मोटापे की वजह से शरीर में कई तरह के कैंसर होने के जोखिम रहते हैं जिनमें एसोफैगस (पेट और गले से जुड़ी खाने की नली) कैंसर, अग्नाशय कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर (आंत का कैंसर), स्तन कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर (गर्भाशय में होने वाला कैंसर), किडनी कैंसर, थायराइड कैंसर, लिवर कैंसर और पित्ताशय का कैंसर शामिल हैं। मोटापे के कारण कैंसर से मृत्यु का खतरा भी बढ़ सकता है।
मोटापे की वजह से लोगों को एक तरह के डिप्रेशन से गुजरना पड़ता है। इसके साथ ही थकान और ओवरईटिंग जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। मोटापे का असर दिमाग पर भी पड़ता है और इसकी वजह से आप अवसाद और चिंता से घिर सकते हैं। इसके अलावा मोटे लोगों में एक्सरसाइज से मानसिक लाभ मिलने की संभावना भी कम हो जाती है। मोटापे का याददाश्त पर तो असर नहीं पड़ता लेकिन ये आपके मानसिक स्वास्थ्य को बहुत बुरी तरह से प्रभावित करता है।
मोटापा चिंता का विषय है क्योंकि इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है और जीवन की गुणवत्ता में भी कमी आती है। विश्व स्तर पर मोटापा मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है, इनमें डायबिटीज, हृदय रोग, स्ट्रोक और कुछ प्रकार के कैंसर भी शामिल हैं। अधिक मोटापा आपको कई तरह से बीमार बना सकता है। मोटापे को कम करने के लिए आप myUpchar के मोटापा कम करने के उपायों पर लिखे गए आर्टिकल को भी पढ़ सकते हैं। इससे आपको काफी मदद मिलेगी या फिर आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं।
मोटापे के कारण मूत्राशय पर अधिक दवाब पड़ता है। इसकी वजह से पेशाब रोकने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने यानी मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन में कमी आ सकती है। इस हार्मोनल बदलाव की वजह बार-बार पेशाब आ सकता है।
जी हां, मोटापे की वजह से आपको प्रेगनेंसी प्लान करने में दिक्कत हो सकती है। अगर आप ओवरवेट रहते हुए ही गर्भधारण करती हैं, तो आगे चलकर आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप पहले अपना वजन कम करें और इसके बाद ही प्रेगनेंसी के लिए प्रयास करें।
मोटापा कम करने के लिए आपको अपनी डाइट में कुछ बदलाव करने होंगे जैसे ज्यादा तला हुआ और मसालेदार खाना न खाएं, भूख से थोड़ा कम खाएं या जरूरत से ज्यादा न खाएं, खाना समय पर खाएं और खाने को छोटे-छोटे भागों में बांट लें। इसी के साथ रोजाना एक्सरसाइज करें जिसमें तेज चलना और दौड़ना शामिल है, समय पर सोएं और पूरी नींद लें। गायनेकोलॉजिस्ट की सलाह से प्रेगनेंसी प्लान करें।