अगर आपके अंगूठे में चोट ज्यादा नहीं लगी है और इसके लिए सर्जरी की जरूरत नहीं है, तो आप अंगूठे पर स्पलिंट (पट्टी) पहन सकते हैं। इसके साथ अंगूठे के दर्द को ठीक होने में 4 से 6 हफ्ते लग सकते हैं। अगर आप सर्जरी करवा रहे हैं, तो इसे पहले जैसा होने में अधिक समय लग सकता है। अंगूठे में सूजन और दर्द जल्दी ठीक हो सकते हैं, लेकिन प्रभावित हिस्से को छूने से आपको कई महीनों तक थोड़ा दर्द महसूस हो सकता है। आपको इस समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए, क्योंकि अनुपचारित छोड़ने पर आगे यह गाउट का रूप ले सकता है। इसलिए आप तुरंत किसी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से मिलें।
गाउट जोड़ों में होने वाला दर्द है जो अक्सर शरीर के बड़े जोड़ वाले हिस्से में होता है, लेकिन यह किसी भी जोड़ वाले हिस्से में हो सकता है। इसी तरह अन्य जोड़ वाले हिस्से जो गाउट से प्रभावित हो सकते हैं उनमें टखने, घुटने, कोहनी, कलाई और उंगलियों के जोड़ शामिल हैं। आपको जोड़ों में दर्द महसूस होता है, तो शुरू के 4 घंटों से लेकर 12 घंटे तक यह गंभीर हो सकता है। आप एक बार ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से मिलें। हो सकता है कि वह आपकी जांच करने के लिए ब्लड टेस्ट करें।
गाउट जैसी समस्या से बचने के लिए आप अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव करें। उच्च स्तर के प्यूरीन (यूरिक एसिड को बनाने वाले रसायन) युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें, जिनमें लाल मांस, बासी खाना, तेल से बनी हुई मछली और समुद्री भोजन शामिल हैं। इसी के साथ संतुलित आहार लें, नियमित रूप से व्यायाम करें और ऐसी गतिविधियों को न करें, जिससे जोड़ों पर ज्यादा दवाब बनता हो। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। शरीर में पानी का सही स्तर बनाए रखने से आपके जोड़ों में क्रिस्टल बनने का जोखिम कम हो जाता है और शराब न पिएं।
अगर आपके अंगूठे में चोट लगी है और आप इसके लिए कोई उपचार नहीं लेते हैं, तो हो सकता है कि सूजन अंगूठे में हमेशा बनी रहे या उसका आकार बिगड़ जाए। आगे चलकर इसके गठिया के रूप में विकसित होने का खतरा भी बढ़ जाएगा। कभी-कभी जोड़ के खिसक जाने पर इसके आसपास ऊतकों के कुछ हिस्से हड्डियों के बीच में चले जाते हैं जो हड्डी को अपनी जगह पर वापस आने से रोकते हैं। इसलिए आप इस स्थति में लापरवाही न बरते और तुरंत एक ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से सलाह लें।
आपके एक्स-रे की रिपोर्ट में फ्रैक्चर दिखाई दे रहा है, तो आप तुरंत किसी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से एक्स-रे की रिपोर्ट के साथ मिलें। अगर हड्डी का कोई टुकड़ा टूट गया है, तो फ्रैक्चर के उपचार में सर्जिकल स्टेबलाइजेशन की जरूरत होती है। सर्जरी के दौरान आपके डॉक्टर लिगामेंट को फिर से हड्डी से जोड़ देंगे। अगर आपके हड्डी का कोई हिस्सा लिगामेंट से दूर खिंच गया है, तो सर्जन हड्डी के उस हिस्से को किसी पिन या स्क्रू की मदद से या तो निकाल देंगे या फिर उसे सही स्थिति में कर देंगे।
आप तुरंत ऑर्थोपेडिक डॉक्टर के पास जाएं और उनसे सलाह लें। सबसे पहले तो डॉक्टर इस बात की पुष्टि करेंगे कि कहीं आपको किसी दूसरे अंग में गंभीर चोट तो नहीं आई है। इसके लिए वो आपके अन्य अंगों की भी जांच करेंगे। इसके बाद डॉक्टर चोट कैसे, कब और किस तरह लगी है, इन सभी चीजों के बारे में पूछेंगे। यहां तक कि वह आपसे चोट लगने के समय अंगूठे की पोजिशन के बारे में भी पूछेंगे। वो यह भी पूछेंगे कि कितनी देर पहले चोट लगी थी। अंगूठे में लगी मोच के इलाज के लिए डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करते हैं। इनमें अंगुलियों को अलग-अलग दिशा में घुमाना भी शामिल है। डॉक्टर जांच के लिए आपको एक्स-रे करवाने के लिए भी कह सकते हैं। इससे चोट की सटीक जगह का पता लगाया जा सकता है, जिससे हड्डी और लिगामेंट्स को पहुंची क्षति का भी पता लगाया जाता है। ये सभी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही डॉक्टर आपको बता सकते हैं कि आपको अंगूठे के लिए सर्जरी की जरूरत है या नहीं।
दर्द को कम करने के लिए आप टैबलेट Shelcal की एक गोली दिन में एक बार एक महीने के लिए लें। टैबलेट Etoshine की एक गोली दिन में 2 बार एक हफ्ते के लिए लें। टैबलेट Pantop 40 एमजी की एक गोली सुबह नाश्ता करने से पहले एक हफ्ते के लिए लें।
अंगूठे की मोच से जल्दी राहत पाने के लिए आप निम्न तरीकों और बातों का ध्यान रखें। आप अपने प्रभावित अंगूठे का इस्तेमाल न करें। जितना संभव हो सके, अंगूठे के उपयोग से बचें। इससे आपके अंगूठे में दर्द कम होगा। आप बारी-बारी से 20 मिनट तक अपने प्रभावित अंगूठे की बर्फ से सिकाई करें। दिनभर में कम से कम 4 से 8 बार ऐसा करें। नॉन-स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लेमेटरी दवाइयों जैसे इबुप्रोफेन का सेवन करें। जिस जगह चोट लगी है, उस जगह को ऊपर उठाकर रखें। अपने अंगूठे को अंगुलियों से मिलाकर टेप से बांधे रखें। इससे अंगूठा हिलेगा-डुलेगा नहीं और लिगामेंट में चोट भी नहीं लगेगी। इसी के साथ अंगूठे पर स्पलिंट का भी इस्तेमाल करें। आशा है कि आपको इन तरीको से आराम मिलेगा और आप अपना टेस्ट दे पाएंगे, लेकिन यह आपके दर्द को अस्थायी रूप से ही ठीक करेगा। इसलिए एक बार डॉक्टर से भी सलाह लें और इन तरीकों को अपनाते रहें।
अंगूठे में मोच आने की वजह से आपको इस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। अंगूठे में मोच सामान्य तौर पर अंगूठे में चोट लगने या इसके क्षतिग्रस्त होने की वजह से हो जाती है। दर्द को कम करने के लिए आप अपने प्रभावित अंगूठे का इस्तेमाल न करें। जितना संभव हो सके, अंगूठा चलाने से बचें। इससे आपके अंगूठे में दर्द कम होगा। आप बारी-बारी से 20 मिनट तक अपने प्रभावित अंगूठे की बर्फ से सिकाई करें। दिनभर में कम से कम 4 से 8 बार ऐसा करें। नॉन-स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लेमेटरी दवाइयों जैसे इबुप्रोफेन का सेवन करें। अगर इन सभी के बाद भी आपको आराम नहीं मिलता है, तो ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से सलाह लें।