नीचे कुछ होम्योपैथिक उपचार बताए गए हैं, जो मेनोरेजिया के प्रबंधन के लिए उपयोग में लाए जाते हैं :
ट्रिलियम पेंडुलम
सामान्य नाम : वाइट बेथ-रूट
लक्षण : इस उपाय का उपयोग ब्लीडिंग और खून की कमी को रोकने के लिए किया जाता है। यह बेहोशी और चक्कर आने जैसे लक्षणों को भी प्रबंधित कर सकता है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों के लिए भी प्रभावी है :
स्टैनम मेटालिकम
सामान्य नाम : टिन
लक्षण : यह उपाय मुख्य रूप से लकवा की वजह से होने वाली कमजोरी और ऐंठन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। यह निम्नलिखित लक्षणों का भी इलाज कर सकता है :
यह लक्षण दाईं ओर लेटने और गर्म पेय लेने से बिगड़ जाते हैं। जबकि खांसने और दर्द वाले हिस्से पर दबाव डालने से राहत मिलती है।
फेरम फास्फोरिकम
सामान्य नाम : फॉस्फेट ऑफ आयरन
लक्षण : इस उपाय की मदद से कमजोरी का प्रबंधन किया जा सकता है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाकर एनीमिया का प्रबंधन कर सकता है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों में भी सुधार कर सकता है :
यह लक्षण गतिविधि करने, रात में और शाम 4 से 6 बजे के बीच बिगड़ जाते हैं। जबकि ठंडी सिकाई से इनमें सुधार होता है।
एरीगरन कैनाडेंस
सामान्य नाम : फ्लेबेन
लक्षण : यह उपाय गर्भाशय और मूत्राशय से खून निकलने के इलाज के लिए सबसे उपयुक्त है। यह निम्नलिखित लक्षणों को भी प्रबंधित कर सकता है :
- लंबे समय तक व ज्यादा मात्रा में ब्लीडिंग
- योनि से पीला या सफेद रंग का डिस्चार्ज
- बच्चे के जन्म के बाद ज्यादा मात्रा में खून कम हो जाना
- गर्भाशय कमजोर होना
- थोड़ी सी हलचल करने पर भी योनि से खून बहना
यह लक्षण बाईं ओर लेटने पर बिगड़ जाते हैं।
क्रोकस सैटिवस
सामान्य नाम : सैफरॉन
लक्षण : यह उपाय खून की कमी के इलाज के अलावा निम्नलिखित लक्षणों का भी प्रबंधन कर सकता है :
- बार-बार, काले रंग में व मोटा डिस्चार्ज होना
- पतला, देर तक और धागे की संरचना जैसा मासिक धर्म
- पीठ में अचानक ठंडक का एहसास
- कूल्हे और घुटने के जोड़ में तेज दर्द (और पढ़ें - घुटनों में दर्द का इलाज)
यह लक्षण सुबह, नाश्ते से पहले, लेटते समय और गर्म मौसम में बिगड़ जाते हैं, जबकि खुली हवा में लक्षण बेहतर हो जाते हैं।
कैमोमाइल
सामान्य नाम : जर्मन कैमोमाइल
लक्षण : इसका उपयोग मुख्य रूप से बहुत तेज दर्द और सुन्नता से राहत प्रदान करने में किया जाता है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों को भी ठीक करता है :
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द
- गर्भाशय से ब्लीडिंग
- प्रसव पीड़ा
- योनि से थक्केदार खून का डिस्चार्ज
- योनि से गाढ़ा पीला डिस्चार्ज
यह लक्षण रात में, खुली हवा में और गर्मी व गुस्से जैसी भावनाओं से बिगड़ जाते हैं। जबकि गर्मी और उमस भरे मौसम में अच्छा महसूस होता है।
कैनाबिस इंडिका
सामान्य नाम : हशीश
लक्षण : यह उपाय निम्नलिखित लक्षणों में प्रभावी है :
- पीरियड्स में होने वाला दर्द
- बिना थक्के के लेकिन बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना
- पीरियड्स के दौरान पीठ का दर्द
- नींद न आना (और पढ़ें - नींद की कमी का इलाज)
- थोड़ी देर चलने के बाद थकावट
यह लक्षण सुबह, दाहिनी तरफ लेटने, कॉफी, शराब या तंबाकू का सेवन करने से बिगड़ जाते हैं, जबकि आराम करने के बाद और ताजी हवा में रहने पर रोगी बेहतर महसूस करता है।
(और पढ़ें - शराब छुड़ाने के उपाय)
कैल्केरिया कार्बोनिका
सामान्य नाम : कार्बोनेट ऑफ लाइम
लक्षण : यह मेनोरेजिया और निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में असरदार उपाय है।
यह लक्षण खड़े होने पर, मानसिक और शारीरिक थकान से, नम और ठंडे मौसम में बिगड़ते हैं, जबकि सूखे मौसम में और दर्द वाले हिस्से के बल लेटने पर लक्षणों में सुधार होता है।
बेलाडोना
सामान्य नाम : डेडली नाइटशेड
लक्षण : यह दर्द निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में मदद करता है :
- जल्दी व समय से पहले ब्लीडिंग
- प्रसव के बाद योनि से बलगम और खून डिस्चार्ज होना
- मासिक धर्म के खून में बदबू
- कूल्हों में चुभन जैसा दर्द
- अचानक प्रसव पीड़ा
यह लक्षण दोपहर को, दर्द वाले हिस्से के बल लेटने व प्रभावित हिस्से को छूने पर खराब हो जाते हैं जबकि रोगी को सेमी इरेक्ट पोजीशन में आराम मिलता है।
आर्सेनिकम एल्बम
सामान्य नाम : आर्सेनिक एसिड
लक्षण : यह उपाय शरीर के हर अंग पर असर करता है और जलन, बेचैनी व कमजोरी से राहत दिलाने में मददगार है। इससे निम्नलिखित लक्षणों में भी मदद मिलती है :
यह लक्षण मध्यरात्रि के बाद, उमस भरे मौसम में, समुद्र के आसपास रहने और कोल्ड ड्रिंक पीने से खराब हो जाते हैं, जबकि गर्म पेय और गर्मी से यह लक्षण बेहतर होते हैं।
फास्फोरस
सामान्य नाम : फास्फोरस
लक्षण : यह उपाय कमजोरी और अचानक से चुभन जैसे दर्द उठने के लक्षणों के साथ-साथ निम्नलिखित स्थितियों में कारगर है :
- आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
- योनि से ज्यादा मात्रा में सफेद डिस्चार्ज
- पीरियड्स से पहले रोना
- समय से पहले और देर तक पीरियड
- पीठ में जलन जैसा दर्द (और पढ़ें - पीठ दर्द की आयुर्वेदिक दवा)
यह लक्षण दर्द वाले हिस्से को छूने, शारीरिक और मानसिक थकान व शाम में बिगड़ जाते हैं। इसके अलावा गर्म खानपान, दर्द वाले हिस्से के बल लेटने और जीना चढ़ने में भी लक्षण खराब होते जाते हैं। लेकिन रोगी अंधेरे में, सोने के बाद, खुली हवा में रहने पर, दाईं ओर लेटने और ठंडे खाद्य व पेय पदार्थों का सेवन करने पर बेहतर महसूस करता है।
सिमिसिफ्यूगा रेसमोसा
सामान्य नाम : ब्लैक स्नेक-रूट
लक्षण : यह उपाय मुख्य रूप से दर्द और पेल्विक अंगों से जुड़े लक्षणों के उपचार में निर्धारित किया जाता है। यह निम्नलिखित लक्षणों से भी छुटकारा दिला सकता है :
- बहुत ज्यादा पीरियड्स
- पीरियड्स के दौरान पीठ में तेज दर्द
- अनियमित रूप से पीरियड्स (और पढ़ें - अनियमित मासिक धर्म का इलाज)
- श्रोणि में दर्द
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- नींद न आना
यह लक्षण सुबह और ठंडे मौसम में खराब हो जाते हैं, जबकि खाने के बाद और गर्मी में इनमें सुधार होता है।
अमोनियम कार्बोनिकम
सामान्य नाम : कार्बोनेट ऑफ अमोनिया
लक्षण : यह उपाय लगातार और ज्यादा मात्रा में पीरियड्स आने पर असरदार है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों का इलाज करने में भी मदद कर सकता है :
यह लक्षण शाम में, सुबह 3 से 4 बजे तक और ठंडे व नम मौसम में बिगड़ जाते हैं। जबकि सूखे मौसम में और दर्द वाले हिस्से के बल लेटने से इनमें आराम मिलता है।
एलेट्रिस फेरिनोसा
सामान्य नाम : स्टारग्रास
लक्षण : यह उपाय निम्न लक्षणों के उपचार के लिए प्रभावी है :
(और पढ़ें - ब्लीडिंग टाइम टेस्ट क्या है)