हाई एस्ट्रोजन लेवल, ब्रेस्ट में मौजूद वसा की मात्रा में बदलाव आने या साफ-सफाई की कमी की वजह से ब्रेस्ट में संक्रमण के कारण स्तन में गांठ बन सकती है।
हां, फाइब्रोएडीनोमा का इलाज संभव है। डॉक्टर की सलाह से कुछ दवाइयां ले सकती हैं। अगर आपके पीरियड्स नियमित नहीं हैं तो उन्हें भी ठीक करना जरूरी है। अगर फाइब्रोएडीनोमा बढ़ रहा है तो आप उसे सर्जरी से निकलवा सकती हैं, इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।
नहीं, कई बार हार्मोनल बदलाव की वजह से पीरियड्स से पहले ब्रेस्ट में दर्द होता है। ऐसा होना नॉर्मल है। अगर आपको पीरियड्स खत्म होने के बाद भी दर्द रहता है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
कई बार पीरियड्स के आसपास ब्रेस्ट में गांठ होना सामान्य बात है। यह हार्मोंस में बदलाव के कारण होता है।
अगर 5 साल के बच्चे को स्तन में गांठ है तो आपको बच्चे का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। अगर यह ज्यादा बढ़े तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें।
सर्जरी के बाद कई बार अंदरूनी घाव भरने और सूखने में और ब्रेस्ट की त्वचा सामान्य होने में 6 हफ्ते का समय लग सकता है। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा लेती रहें। फाइब्रोएडीनोमा की गांठ बार-बार नहीं बनती है।
अगर आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा से आराम मिला है तो यह अच्छी बात है। आप अपनी ब्रेस्ट का अल्ट्रासाउंड करवा लीजिए। कई बार यह गांठ फाइब्रोएडीनोमा होती है जो कि नुकसानदायक नहीं होती है। अगर आपको कोई समस्या है तो डॉक्टर को दिखाएं या हमसे सलाह लें।
सबसे पहले आपको हर महीने खुद जांच करनी है। अगर आपको लगता है कि आपकी ब्रेस्ट में गांठ है तो आप डॉक्टर की सलाह से ब्रेस्ट का अल्ट्रासाउंड भी करवा सकती हैं।
दुर्भाग्यवश, इससे बचने का कोई खास तरीका नहीं है। महीने में एक बार खुद अपनी ब्रेस्ट की जांच करें।
माफ कीजिएगा लेकिन इसके इलाज के लिए कोई घरेलू उपाय नहीं है। आप सरकारी अस्पताल में अपना इलाज मुफ्त में करवा सकती हैं।
बिनाइल गांठ से ब्रेस्ट में कैंसर का खतरा नहीं होता है। अगर यह गांठ 5 मि.मी.से ज्यादा बढ़ जाती है तो इसे ऑपरेशन के द्वारा निकलवा सकते हैं। आपने कहा कि आपने ब्रेस्ट का नियमित स्कैन करवाया है जो कि मेरी नजर में स्तन का मैमोग्राम है। अगर आप किसी भी तरह की बड़ी परेशानी से बचना चाहती हैं तो सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट से नियमित रूप से जांच करवाती रहें।
ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए आपको प्राकृतिक तरीकों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। कैंसर एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। यह अच्छी बात है कि आप ब्रेस्ट कैंसर की पहली अवस्था पर हैं और इस अवस्था में आपका सफल इलाज हो सकता हैं। जल्द से जल्द आपको अपनी ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी करवा लेनी चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए सबसे बेहतर है कि आप असामान्य “बीआरसीए” जीन (जिसे तकनीकी रूप से स्क्रीनिंग कहा जाता है) का टेस्ट करवा लें। लेकिन यह टेस्ट बहुत ही महंगा होता है जो की व्यावसायिक रूप से आसानी से उपलब्ध भी नहीं है। अब आपके पास दूसरा विकल्प यह है कि आप साल में एक बार अपने ब्रेस्ट का मैमोग्राम टेस्ट (ब्रेस्ट एक्स-रे) ज़रूर करवाएं ताकि आपके ब्रेस्ट में होने वाले किसी भी तरह के बदलाव का आपको पता चल सकें। अगर आपके करीबी भाई-बहन, मां, पड़ोसी या रिश्तेदार में से किसी भी 2 लोगों को इस तरह का कैंसर है तो आपके ब्रेस्ट में कैंसर होने की अधिक संभावना है। आमतौर पर, 90% केस में मां को ब्रेस्ट में कैंसर होने से बच्चों में इसके फैलने का खतरा नहीं होता है। आपको ज़्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए।
ब्रेस्ट में गांठ को पहचानने के लिए ब्रेस्ट की जांच करवानी जरूरी होती है। युवा मरीजों की जांच सोनोग्राफी से की जाती है जबकि 40 साल से अधिक उम्र के लोगों की जांच सोनो मैमोग्राफी से की जाती है। अगर आपको किसी तरह का संदेह होता है तो आप अपनी ब्रेस्ट का एमआरआई स्कैन करवा स्तन के घाव का सटीक और समय पर पता लगा सकती हैं। किसी अच्छे और बड़े अस्पताल में ब्रैस्ट का एमआरआई स्कैन करवाएं।
आपके एल्कलाइन फॉस्फेटेस का लेवल सामान्य है। आपकी ब्रेस्ट में गांठ है तो आप सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी ब्रेस्ट की जांच करवा लें। आप ब्रेस्ट कैंसर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करें ताकि आप खुद भी अपनी ब्रेस्ट की जांच करके उसमें होने वाले बदलावों का पता लगा सकें।