मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम की समस्या स्थायी नहीं है, यह ठीक हो सकती है। जब आपको यह समस्या होती है, तो पेट में फ्लू की तरह उल्टी और दस्त जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जो शरीर में न्यूट्रिएंट्स के कुशल अवशोषण को रोकते हैं। मालएब्जॉर्प्शन की समस्या मुख्य बीमारी के ठीक होने के साथ ही खुद ही ठीक हो जाती है। एक बार आप गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट से मिलकर सलाह ले लें।
मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम की वजह से आपको इस तरह की समस्या हो सकती है, जिसके लिए उपचार की जरूरत है। इसलिए आप डॉक्टर से सलाह लें, वह दस्त को रोकने के लिए लोपेरामाइड एंटीबायोटिक दे सकते हैं और दस्त के कारण खोए हुए न्यूट्रिएंट्स व तरल को प्राप्त करने के लिए कुछ दवा या सप्लीमेंट लेने के लिए कह सकते हैं। आप डॉक्टर से मिलें और उनकी सलाह को फॉलो करें।
मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम कैंसर का संकेतक नहीं है। हालांकि, कई कारण हैं जिससे यह समस्या हो सकती है जिनमें सीलिएक रोग, किडनी से जुड़ी दीर्घकालीन समस्या, एड्स, क्रोहन बीमारी और कई तरह के कैंसर शामिल हैं। जिन लोगों को मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम होता है उन्हें भारी मल, पेट में सूजन, गैस, ऐंठन, दस्त लगना और वजन घटने जैसे कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं।
मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम की समस्या तब उत्पन्न होती है, जब शरीर भोजन को तोड़ने या इसे ठीक से अवशोषित करने में सक्षम नहीं होता है, तब शरीर पोषक तत्वों को खुद ही बनाए रखने का प्रयास करने लगता है। इस स्थिति में शरीर न्यूट्रिएंट्स के लिए जूझ रहा होता है, जिसकी वजह से अक्सर बढ़ने (पनपने) की समस्या, असाधारण रूप से वजन बढ़ या घट भी सकता है।
इस पाचन संबंधी समस्या की वजह से आपको दस्त और पेट फूलने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम की समस्या लंबे समय तक रहने से कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं जिसमें संक्रमण होने और हड्डियों के टूटने की अधिक आशंका होती है। आप गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट से मिलकर इसके लिए ट्रीटमेंट लेना शुरू कर दें।
मालएब्जॉर्प्शन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (जठरांत्र पथ) में होने वाला एक विकार है, जिसकी वजह से पाचन खराब हो जाता है। इस वजह से आंतों की दीवार में न्यूट्रिएंट्स का अवशोषण नहीं हो पता और ये आगे भी नहीं पहुंच पाता। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम की वजह से आयरन का अवशोषण भी कम हो जाता है, जिससे एनीमिया हो सकता है।
मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम की समस्या तब उत्पन्न होती है, जब पाचन प्रक्रिया के दौरान शरीर भोजन को तोड़ने या इसे ठीक से अवशोषित करने में सक्षम नहीं होता है। मालएब्जॉर्प्शन के साथ आपको कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें उल्टी, जी मितली, पेट फूलना, दस्त, मासंपेशियों में क्षति और वजन का कम होना शामिल हैं।
आपको मालएब्जॉर्प्शन की समस्या है। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम एक ऐसा विकार है, जिसमें शरीर खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पाता है। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम आमतौर पर शरीर की सामान्य पाचन क्रिया खराब होने के परिणामस्वरूप होता है। इससे होने वाले लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। इससे होने वाले लक्षणों में आमतौर पर लंबे समय से दस्त रहना, असामान्य प्रकार का मल आना, शरीर का वजन कम होना और गैस बनना आदि शामिल है। आपको डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर इस स्थिति का परीक्षण करने के लिए कुछ प्रकार के लैब टेस्ट व इमेजिंग टेस्ट आदि कर सकते हैं। मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम के कुछ ऐसे कारण भी हैं, जिनकी रोकथाम करना संभव नहीं है। हालांकि, कुछ सावधानियां बरत कर मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम होने के खतरे को कम किया जा सकता है। आप लेक्सेटिव और शराब जैसे पदार्थों का सेवन न करें क्योंकि ये मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम होने का खतरा काफी बढ़ा देते हैं।
आपको कई तरह की समस्या है, जिसके लिए दवा लेना जरूरी है। भूख बढ़ाने के लिए आप सिरप Aptivate के 2 से 3 चम्मच दिन में तीन बार एक हफ्ते के लिए लें। आपका वजन कम है, जिसके लिए आप Ensure प्रोटीन पाउडर के 2 से 3 चम्मच एक गिलास दूध के मिलाकर दिन में दो बार लें। पाचन संबंधी समस्या के लिए आप सिरप Zymotone के 2 चम्मच दिन में दो बार पिएं। पेट में गैस के लिए आप टैबलेट Pantop 40 एमजी की एक गोली सुबह नाश्ते से पहले लें।