आपका एसजीपीटी और एसजीओटी लेवल बहुत ज्यादा है। आपका लिवर डैमेज नहीं हुआ बल्कि आपको लिवर बढ़ने की प्रॉब्लम है। अगर आप किसी तरह का नशा या शराब पीते है तो इसे तुरंत छोड़ दें और ऑयली व तली चीजे एवं तीखे खाने से बचें।
इस जानकारी की मदद से हम नहीं जान सकते हैं कि असल में आपकी मां को क्या प्रॉब्लम है। गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट और नेफ्रोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी मां की जांच करवा लें।
एंटीबायोटिक दवा लेने या बुखार या वायरल संक्रमण से ग्रस्त होने पर भी ओटी (ऑर्थोटोलिडाइन) और पीटी (प्रोथ्रॉम्बिन टाइम) लेवल बढ़ सकता है। एसजीपीटी लेवल 81.0 होना गंभीर बात नहीं है। आपको कोई लिवर रोग नहीं है और आपका लिवर भी खराब नहीं है। ऑयली चीजें न खाएं।
आप डाइट में हाई प्रोटीन और कम नमक का प्रयोग करें। रात को खाना खाने के बाद lactihep 30 एमएल सिरप पिया करें। सीबीसी एलएफटी एस यूरिआ और क्रिएटिनिन टेस्ट करवाएं।
अगर आपका सिर्फ एसजीओटी असामान्य है और आपको कोई और प्रॉब्लम नहीं है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर आप शराब पीते हैं और अचानक से आपका वजन घट गया है तो तुरंत शराब पीना बंद कर दें।
आपका लिवर पहले ही डैमेज हो चुका है। आप खासकर लिवर वाले हिस्से का यूएसजी (अल्ट्रासोनोग्राफी) करवाएं। अगर इसमें कुछ प्रॉब्लम दिखती है तो फिर पेट का एमआरआई करवाएं। लिवर बहुत जरूरी है इसलिए शराब पीना बंद कर दें।
शायद आपको पित्ती रोग है। यह फूड एलर्जी, संक्रमण या कुछ स्थितियों में दवा की वजह से भी हो सकता है। इसमें खुजली होती है और बाद में उस जगह पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं जिसे हीव्स या शीतपित्त कहते है। इसका इलाज दवाईयों से किया जा सकता है जिससे आपको और हीव्स न आएं। इसका इलाज थोड़ा लम्बा होता है जिसमे अक्सर 1 से 6 महीने तक का समय लग जाता है। और ये लिवर डैमेज की वजह से नहीं हो रहा है।