जी हां, जोड़ों के दर्द की समस्या के लिए आप सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सरसो के तेल में अजवाइन को हल्का गर्म करें फिर इससे दर्द वाले हिस्से पर मालिश करें। सरसो के तेल से मालिश करने से मांसपेशियों में अकड़न कम होती है और यह दर्द से निजात दिलाने में मदद करता है। आप नहाने से पहले धूप में बैठकर इस तेल से मालिश किया करें आपको अधिक लाभ होगा।
कपूर का इस्तेमाल दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है। मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द एवं सूजन के इलाज के लिए कपूर का इस्तेमाल लंबे समय तक किया जा सकता है। इस तेल से ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार आता है। अगर आपको किसी भी अंग में दर्द हो रहा है और आप इस तेल से मालिश करते हैं तो आपकी स्थिति में काफी सुधार होगा। जिन लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या है उन्हें इस तेल का इस्तेमाल रोज करना चाहिए।
कपूर का तेल बनाने के लिए सबसे पहले कपूर को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें। इसके बाद एक पैन में नारियल तेल डालकर उसे पिघला लें। जब तेल पिघल जाए तो इसमें कपूर डालकर प्लेट से ढ़क दें और इसे रात भर के लिए छोड़ दें। अब सुबह इसे बोतल में भर लें। अब कपूर के तेल की कुछ बूंदे हथेलियों पर लेकर रब करें, ताकि हाथों में गर्माहट पैदा हो जाए। इसके बाद इससे प्रभवोत हिस्से की सर्कुलेशन मोशन (हाथों को गोल-गोल घुमाते हुए) में मसाज करें। इससे मसाज करने पर जोड़ों को न सिर्फ गर्माहट मिलेगी बल्कि इससे रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) भी बढ़ेगा और दर्द से आराम मिलेगा। इसके अलावा इसमें मौजूद गठिया रोधी गुण भी दर्द को दूर करने में मदद करते हैं।
घरेलू नुस्खों में दर्द को कम करने के लिए अरंडी का तेल सबसे बेहतर है और यह आसानी से उपलब्ध भी है। अरंडी के तेल को तेज दर्द और सूजन से राहत दिलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अरंडी के तेल में एंटी- इंफ्लामेट्री गुण होते है जो जोड़ों में दर्द, नसों में सूजन से राहत दिलाने में बहुत फायदेमंद है। अरंडी के तेल से जोड़ों की मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है। आप एक सप्ताह में इसका एक या दो बार इस्तेमाल किया करें।
तिल के बीज जिंक से भरपूर होते हैं और इसमें मौजूद अन्य मिनरल्स बोन मिनरल डेनसिटी (हड्डियों में मिनरल की मात्रा) पर सकारात्मक असर डालते हैं। तिल में मौजूद कॉपर को सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें रूमेटाइड आर्थराइटिस में होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में असरकारी पाया गया है, यह हड्डियों और रक्त वाहिकाओं को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसलिए आप जोड़ों में दर्द के लिए तिल के बीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
एलोवेरा में मौजूद सूजन-रोधी गुण होते है और इस वजह से इसका रस जोड़ों के दर्द से राहत पहुंचाता है। एलोवेरा का जूस पीने से सूजन में कमी आती है और यह हड्डियों और जोड़ों को भी मजबूत बनाता है।
किसी तरह की गतिविधि न करने के कारण मांसपेशियों में अकड़न हो जाती है जिसकी वजह से में जोड़ों में दर्द हो सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से प्रभावित जोड़ों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिल सकती है एवं ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है जिससे दर्द में भी कमी आती है। मांसपेशियां और जोड़ जितने मजबूत होते हैं, दर्द की समस्या उतनी ही कम होती है।अगर आप योग, वॉकिंग और स्विमिंग आदि एक्सरसाइज किया करें, इन्हें करने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलेगी।
अगर आपको जोड़ों और हड्डियों में दर्द महसूस होता है तो इसे दूर करने के लिए आप जिलेटिन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप लगभग 150 ग्राम जिलेटिन लें, 2 चम्मच जिलेटिन को एक चौथाई कप ठंडे पानी में घोल लें और इसे रात भर के लिए रख दें। सुबह उठकर जब यह जैली की तरह गाढ़ा हो जाए, तब इसका सेवन करें। आप चाहें तो इसमें दही, जूस, शहद और पानी मिक्स करके भी पी सकते हैं।
जोड़ों के दर्द से आराम पाने के लिए आप डाइट में ब्रोकली, ब्रूसेल स्प्राउट, फैटी फिश, लहसुन, चैरी, हल्दी और विटामिन-सी युक्त पदार्थों का सेवन करें। इनका सेवन करने से आपको जोड़ों के दर्द से राहत मिलेगी।