आजकल हर कोई ट्रेंड मे रहना चाहता है, बालों के कलर करवाने से लेकर टैटू बनवाना और अन्य फैन्सी चीजों का इस्तेमाल करना आज के दौर में एक आम फैशन बन गया है। आप चाहे किसी भी जगह जाएं, आपको हर जगह कुछ ना कुछ नया फैशन देखने को मिल सकता है।
कान छिदवाना भी एक ऐसा ट्रेंड बन गया है, जिसकी मदद से आप खुद को फैशनेबल दिखा सकते हैं, हालांकि कान छिदवाना हमेशा से कई संस्कृतियों की परंपराओं का हिस्सा रहा है। कान छिदवाने से कई प्रकार के जोखिम भी जुड़े होते हैं, खासतौर पर ऐसे मामलों जब कान को ठीक तरीके से ना छिदवाया गया हो तो मुश्किल ज्यादा बढ़ जाती है।
कुछ छोटी-छोटी बातें हैं जिन पर ध्यान ना देने से कान के छेद में संक्रमण हो सकता है, जैसे कान में पहने जाने वाले आभूषणों और कान में छेद करने वाले उपकरणों को इस्तेमाल करने से पहले साफ व कीटाणुरहित बनाना और कान छिदवाने के बाद उसकी देखभाल ना करना आदि। यदि कान के छेद में गंभीर रूप से संक्रमण हो जाता है, तो इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
काफी लोगों को कान छिदवाने से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में पता होता है, लेकिन फिर भी यह प्रक्रिया इतनी आम है कि इसको अनदेखा किया जा सकता है। आपको यह भी लग रहा होगा कि जो लोग कान में छेद करते हैं, उनको इसके जोखिमों के बारे में पता होगा लेकिन आपको बता दें कि ऐसा जरूरी नहीं होता। इसलिए कान में छेद करने वाली सुई को अच्छे से चेक कर लें और सुनिश्चित कर लें कि वह स्वच्छ व कीटाणुरहित हो।
इस लेख में कान के छेद में होने वाला इन्फेक्शन क्या है, कैसे होता है और इससे कौन से लक्षण होते हैं आदि के बारे में जानकारी दी गई है। इतना ही नहीं, इस आर्टिकल में कान के छेद में होने वाले संक्रमण की रोकथाम, बचाव व इसका इलाज कैसे करें आदि के बारे में भी जानकारी दी गई है। यदि आप भी कान के छेद में संक्रमण से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो आप सही जगह आए हैं चलिए आपको बताते हैं।
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