अमेरिकी दवा कंपनी एबोट ने भारत में हृदय रोगियों के लिए नई डिवाइस लॉन्च की हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डीफाइब्रिलेटर (आईसीडी) और कार्डियक रीसिंक्रोनाइजेशन थेरेपी डिफाइब्रिलेटर (सीआरटी-डी) को भारत में उतारा है जो कि एब्नार्मल हार्ट रिदम और हार्ट फेलियर के उपचार में लाभकारी साबित हो सकते हैं।
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कार्डियक फंक्शन से जुड़ी समस्या के लिए कारगर
रिपोर्ट में बताया गया है कि सीआरटी-डी का उपयोग पारंपरिक आईसीडी की तरह अचानक होने वाली मृत्यु को रोकने के लिए किया जाता है। लेकिन इसके अलावा जिन रोगियों का हृदय धीरे कार्य करता है, यानी रिडूस कार्डियक फंक्शन से जुड़ी समस्या के लिए भी ये डिवाइस कारगर है। कंपनी का कहना है कि डिवाइस की मदद से हृदय को दोबारा से प्राकृतिक स्वरूप में बहाल किया जा सकता है। वहीं, ऑप्टिमल मेडिकल थेरेपी के बावजूद इस डिवाइस के जरिए हार्ट फेल की समस्या को भी कम करने में मदद मिलेगी।
डॉक्टर के लिए भी फायदेमंद होगी डिवाइस
कंपनी का कहना है कि जो रोगी स्मार्टफोन कनेक्टिविटी और संयोजित एप्लीकेशन के जरिए रिमोट मॉनिटरिंग से जुड़े हैं यह डिवाइस उनके लिए नए अवसर प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त एक रोगी को पसंदीदा डिजाइन, बेहतर बैटरी और एमआरआई अनुकूलता का लाभ भी मिलता है। कंपनी ने अपने इस नए सिस्टम को एबोट सिक्योर रिमोट मॉनिटरिंग ऐप के साथ जोड़ा है जो कि स्मार्टफोन के लिए अनुकूल है। एप के माध्यम से डॉक्टर अपने रोगियों को दूर से देख सकते हैं। इससे असिम्टोमैटिक रोगी के साथ-साथ संक्रमण का प्रसार करने वाले रोगी की पहचान में भी मदद मिलेगी, जिससे पहले विपरीत परिस्थितियों में पहले ही हस्तक्षेप किया जा सकता है।
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एबॉट के कार्डिएक रिदम मैनेजमेंट बिजनेस के प्रभागीय उपाध्यक्ष और मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवी फिशर का कहना है, "रिमोट मॉनिटरिंग का सकारात्मक प्रभाव बार-बार साबित हुआ है और यह रोगी को बेहतर परिणामों की ओर जाता है।"
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