चाहे आपको माइग्रेन हैडेक हो या टेंशन हैडेक, दोनों ही स्थिति में तुरंत सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए इन उपायों को आजमा सकते हैं-
सिर के पिछले हिस्से में अकसर टेंशन की वजह से ही दर्द होता है। इसका इलाज करना मुश्किल नहीं है। इसके लिए आप अपने सिर की हल्के हाथों से मसाज करें। लेकिन मसाज सिर्फ उसी मांसपेशियों में करें जहां दर्द का अहसास हो रहा है। वैसे दर्द न हो, इसके लिए रोजाना हल्के हाथों से अपने सिर की मसाज कर सकते हैं। इससे आपको आराम मिलेगा और सिर के पिछले हिस्से में दर्द होने की फ्रीक्वेंसी में भी कमी आएगी।
सबसे आम सिरदर्द में से एक है टेंशन सिरदर्द। इस तरह का सिरदर्द होने पर ऐसा महसूस होता है मानो सिर में कोई टाइट बैंड बंधा हुआ है, जिस वजह से सिर में दर्द और दबाव बन रहा है। यह दर्द हल्के से लेकर तीव्र दर्द तक हो सकता है। इस दर्द की सबसे खतरनाक बात यह है कि यह दर्द एक महीने में 15 दिनों तक बना रह सकता है और कभी आधे घंटे से लेकर हफ्तों तक भी बना रहता है। इससे राहत के लिए डाक्टर से संपर्क कर अपनी पूरी जांच कराएं।
सिरदर्द से किसी तरह की बीमारी नहीं होती। लेकिन सिरदर्द किसी अन्य बीमारी का लक्षण अवश्य हो सकता है। सिरदर्द जिन बीमारियों का लक्षण है, वह है स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, इंफेक्शन आदि।
अगर आपको लगातार सिरदर्द है, तो इसकी वजह जानने की कोशिश करें। कई बार दर्द जीवनशैली, मौसम में परिवर्तन, नींद की कमी आदि की वजह से सिरदर्द होता है। वजह जानने के बाद ही आपकी समस्या का निदान किया जा सकेगा। आप यह भी नोटिस करें कि कहीं आप लगातार 2 हफ्तों से ज्यादा दवाई तो नहीं ले रहे। दवाई के अत्यधिक सेवन की वजह से भी सिरदर्द होता है, जिसे मेडिकेशन ओवरयूज हैडेक कहते हैं। वजह जानने के बाद ही इलाज संभव हो पाएगा।
दिमागी थकान, शारीरिक थकान, सिरदर्द, गर्दन दर्द, चेहरे और सिर पर दबाव बनना और गर्दन या सिर की मांसपेशियों में चोट लगने की वजह से सिर में भारीपन महसूस होता है। हालांकि सिर में भारीपन दूसरे किस्म की बीमारियां जैसे थकान, माइग्रेन, मौसमी एलर्जी का भी लक्षण है। अतः आपका सिर किस वजह से भारी है, इसकी वजह जानने के बाद ही अपनी समस्या का निदान करें। सिरदर्द है तो उससे राहत पाने से सिर का भारीपन भी कम हो जाएगा। इसी तरह अगर आपको शारीरिक या मानसिक थकान है, तो पूरी तरह आराम करने से भी आपको आराम मिलेगा।
बुखार और सिरदर्द दो अलग-अलग समस्याएं हैं। लेकिन अगर दोनों बीमारियां आपको एक-साथ हो रही हैं, तो ध्यान रखें कि यह किसी अन्य बीमारी के संकेत हो सकते हैं जैसे ईयर इंफेक्शन, वायरल फीवर, टान्सिलाइटिस, मेनिनजाइटिस आदि। आमतौर पर बुखार और सिरदर्द साथ होने पर बिना किसी मेडिकेशन के ही ठीक हो जाते हैं। इसके बावजूद अगर दवा लेनी हो तो डाक्टर से सलाह लेकर पांच दिनों के लिए आईबूप्रोफेन ले सकते हैं।
सिरदर्द के साथ चक्कर आना सामान्य है। अगर आपको माइग्रेन, लो ब्लड प्रेशर, सिर पर चोट लगी हो तो सिरदर्द के साथ-साथ चक्कर का अहसास हो सकता है। अमूमन सिरदर्द के साथ चक्कर आने पर पेन मेडिकेशन, माइग्रेन ट्रीटमेंट किया जाता है। इसी तरह जिस भी वजह से आपको सिरदर्द और चक्कर आने की समस्या हो रही है, उसके लक्षणों के आधार पशर पर डॉक्टर आपका इलाज करेगा।
सिरदर्द के साथ-साथ कमजोरी आना ठीक नहीं है। कुछ लोगों को तो सिरदर्द, कमजोरी के साथ-साथ चक्कर भी आने लगते हैं। ऐसे लोग अकसर खुद ही अपना इलाज करने लगते हैं। जबकि ऐसा करना सही नहीं है। बेहतर है डाक्टर से संपर्क करें, उन्हें अपनी मेडिकल हिस्ट्री से अवगत कराएं। आपकी मेडिकल हिस्ट्री, और मौजूदा लक्षणों को देखकर ही आपका इलाज किया जा सकेगा। संभवतः आप किसी तरह की संक्रमण की चपेट में हैं। अगर कुछ ही दिनों में बुखार भी आता है, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
जब सिर के ऊपर और गर्दन के ऊपर दर्द होने लगे तो यह नेक हैडेक बन जाता है। गर्दन और सिरदर्द की समस्या से निजात पाना है तो इसके लिए गर्दन दर्द की समस्या का निवारण करें। अच्छी बात यह है कि गर्दन का दर्द ठीक होते ही सिर का दर्द भी ठीक हो जाता है। वैसे तो यह दर्द कुछ ही देर में अपने आप ठीक हो सकता है। अगर ऐसा न हो तो डाक्टर की बताई हुई दवा लें।
कुछ लोगों को सिरदर्द के साथ-साथ जी मितलाना और उल्टी जैसी समस्या भी होती है। कई बार तो पेट के ऊपरी हिस्से में असहजता भी महसूस होती है। उल्टी हो जाने के बाद यह समस्या अपने आप कम होने लगती है। दरअसल सिरदर्द के साथ इस तरह की समस्या होना किसी अन्य बीमारी की ओर इशारा करता है जैसे तनाव, अवसाद, उच्च रक्तचाप, फूड प्वाइजनिंग। इसके अलावा माइग्रेन का सिरदर्द होने पर भी उल्टी और सिरदर्द साथ-साथ होते हैं। ऐसी सिचुएशन में आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, हल्के कपड़े पहनें, टाइट कपड़े पहनने से बचें और डिम रोशनी में आंख बंद करके बैठें। ऐसा करके भी कुछ देर में राहत न मिले तो डाक्टर से संपर्क करें।
सिर में दर्द होने की असंख्य वजह है। कई बार सिर में दर्द आंखों पर पड़े प्रभाव की वजह से भी होता है। अगर आंखों में तकलीफ होने की वजह से सिर में दर्द है, तो बेहतर है ऑप्टोमेट्रिस्ट यानी आंखों के डाक्टर से संपर्क करें। इसके इतर कई बार सिर में दर्द लगातार टीवी देखने या किताब पढ़ने की वजह से भी होता है। इस दर्द का आई साइट से कोई संपर्क नहीं होता। हां, घंटों लगातार टीवी देखने या किताब पढ़ने की वजह से आंखों की मांसपेशियों में तकलीफ होने लगती है, जिस वजह से सिर का दर्द बढ़ जाता है। ऐसी सिचुएशन से बचने के लिए लगातार टीवी न देखें और न ही किताब पढ़ें। अगर ऐसा करना ही है तो इसके लिए ऑप्टोमेट्रिस्ट से मिलकर आंखों के लिए चश्मा बनवा लें, जिसे पहनकर टीवी देखने में आंखों में तकलीफ नहीं होगी, जिससे सिरदर्द भी नहीं बढ़ेगा।
सिरदर्द होने के साथ-साथ किसी एक ओर कनपटी में दर्द होना माइग्रेन का लक्षण होता है। लेकिन जब लगातार सिर में दर्द बना रहे और कनपटी को हाथ लगाते हुए भी दर्द का अहसास हो तो यह टेम्परल आर्टरीज का लक्षण हो सकता है। ऐसी सिचुएशन में दर्द का अपने आप ठीक होने का इंतजार न करें। इसके बजाय तुरंत डाक्ट से संपर्क करें।
पीरियड्स के दौरान हार्मोन में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिस वजह से कई बार सिर में दर्द भी होने लगता है। हालांकि हर महिला और लड़की का शरीर अलग-अलग होता है और हर सिचुएशन में शरीर अलग तरह से रिएक्ट करता है। यही वजह है कि कुछ लड़कियों व महिलाओं को पीरियड्स के शुरुआत में सिरदर्द होता है, तो कुछ को पीरियड्स के दौरान सिर में दर्द होता है और कुछ को पीरियड्स खत्म होने के बाद सिर में दर्द होता है। बहरहाल मासिक चक्र के दौरान सिरदर्द होना सामान्य है। इसका किसी गंभीर बीमारी से कोई संबंध नहीं है। हां, कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान गंभीर सिरदर्द होता है, जिसे मेंस्ट्रुअल माइग्रेन कहा जाता है। इससे राहत के लिए पिल, gel के साथ एस्ट्रोजेन सप्लीमेंटेशन ले सकते हैं।
पुराने सिर दर्द होने का मतलब है कि पिछले छह माह से आप सिरदर्द से परेशान हैं। इस तरह के सिरदर्द से राहत के लिए आपको सबसे पहले यह जानना होगा कि कहीं आपको सिर में चोट तो नहीं लगी, माइग्रेन का इतिहास तो नहीं है, दवाईयों का सेवन बहुत ज्यादा तो नहीं करते, मोटापा और तनाव भरी जिंदगी तो नहीं है। ऐसे लोग अकसर पुराने सिरदर्द से परेशान रहते हैं। इसके अलावा पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा इस तरह के सिरदर्द से ग्रसित होती हैं। वजह जानने के बाद इलाज किया जाना संभव होता है।
कुछ लोग सिर के आधे हिस्से, खासकर दाएं हिस्से, में दर्द की शिकायत करते हैं। इस तरह के दर्द का आपकी जीवनशैली से संबंध होता है। अगर आप तनाव से ग्रस्त हैं, खाना समय से नहीं खाते, गर्दन के आसपास मांसपेशियों में तकलीफ रहती है, तो सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है। इससे राहत के लिए अपनी जीवनशैली संतुलित करें, खानपान का पूरा ख्याल रखें।
आमतौर पर सुबह नींद से उठकर सिर में दर्द नहीं होता। अगर ऐसा है, तो आप कुछ बातों को नोटिस करें जैसे-
सुबह उठते ही सिर में दर्द होना सही नहीं है। इसलिए अगर ऐसा नियमित हो रहा है तो उन्हें डाक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
आपके सिर और आंख का दर्द किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा कर रहा है। बेहतर होगा कि आप डाक्टर के पास जाएं और अपना चेकअप कराएं। दवा लेकर आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके साथ ही मैं आपको सुझाव दूंगा कि जिंदगी में तनाव जरा कम लें।
आमतौर पर कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को इस तरह की समस्या आती है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है। इसलिए इतना परेशान न हों। कंप्यूटर पर काम करते हुए पलकें झपकाते रहें और 4 से 5 बूंद ल्यूब्रिकेटिंग आई ड्रॅाप का इस्तेमाल करें। आंखों में दर्द कम होगा। बहुत ज्यादा कंसनट्रेट न करें, इसी से सिरदर्द होता है। काम करते हुए बीच-बीच में ब्रेक लें। आपको आराम आ जाएगा।
देखिए सिरदर्द होने की कई वजहें हैं जैसे ब्लड प्रेशर, माइग्रेन, क्लस्टर हैडेक, मेनिनजाइटिस, साइनसाइटिस आदि। मतलब यह कि आपका डिटेल मेडिकल एग्जामिनेशन होगा, आपकी मेडिकल हिस्ट्री जाननी होगी। इसके बाद ही आपका पूरी तरह इलाज किया जा सकता है। बेहतर है आप न्यूरो फिजीशियन से संपर्क करें।
आपने यह नहीं बताया कि कितने समय से आपको सिरदर्द की समस्या बनी हुई है और न यह बताया कि आप आंखों में चश्मा पहनते हैं या नहीं। आंखों में समस्या होने की वजह से भी सिरदर्द हो सकता है। सबसे पहले आप अपनी आंखें चेक कराएं। आंखों के इलाज के बाद हो सकता है कि आपकी सिरदर्द की समस्या ठीक हो जाए।
आपका सवाल अधूरा है। आपको यहां सिरदर्द के साथ-साथ जो लक्षण रहें हैं, उनका भी जिक्र करना चाहिए था। इससे हमें समझने में आसानी होती कि आपको सिरदर्द किस वजह से है। यहां आपने इसका जिक्र भी नहीं किया कि आपको सिरदर्द कितने दिनों के गैप में होता है? दर्द सिर के किस हिस्से में होता है? क्या आपको सिरदर्द के साथ-साथ उल्टी या कमजोरी भी महसूस होती है? आप फिजीशियन से कंसल्ट करें और जो भी लक्षण आपको दिखें, उसका जिक्र करें। वे आपकी स्थिति के अनुसार दवा देंगे। आपको आराम मिल जायेगा।