हमारा मस्तिष्क या दिमाग एक बहुत ही नाजुक अंग होता है जो सिर के अंदर मौजूद खोपड़ी में मौजूद होता है। ये खोपड़ी दिमाग के लिए एक सुरक्षात्मक कवच की तरह काम करती है। दिमाग और खोपड़ी के बीच में एक तरल पदार्थ मौजूद होता है जो सिर को लगने वाले झटकों से दिमाग को बचा लेता है। ये तरल पदार्थ हल्के-फुल्के झटकों से दिमाग को बचा सकता है, लेकिन ज्यादा जोर से चोट लगने पर दिमाग को गंभीर नुक्सान हो सकता है।
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ज्यादातर सिर की चोट गंभीर नहीं होती हैं और इनसे सिर पर उभार होता है या नील पड़ जाता है। सिर की चोट लगने पर बहुत खून भी निकल सकता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि चोट के कोई लक्षण नहीं होते और दिमाग को नुक्सान हो जाता है, इसीलिए सिर की चोट को गंभीर माना जाता है चाहे इसके कोई दिखने वाले लक्षण हों या न हों।
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इस लेख में सिर पर चोट लगने से क्या होता है, सिर में चोट लगने पर क्या करें और डॉक्टर के पास कब जाएं के बारे में बताया गया है।