परिचय
गेहूं खाने से भी कुछ लोगों को काफी परेशानी होने लगी है। जिन लोगों को पेट में दर्द और पेट फूलना जैसी समस्याएं होती हैं, वे अक्सर इसे भी गेंहू से होने वाली एलर्जी के लक्षण समझ लेते हैं। ऐसी स्थिति में ब्रैड, पास्ता व पिज्जा आदि जैसी चीजें खाना बंद कर देते हैं। लेकिन आहार में किसी भी प्रकार का परिवर्तन लाने से पहले यह पता लगा लेना चाहिए कि यदि इन सभी लक्षणों के पीछे का कारण गेहूं है, तो इससे कौन सा रोग हुआ है, एलर्जी, सीलिएक रोग या ग्लूटेन सेंसिटीविटी। मेडिकल जांच के बाद ही डॉक्टर यह पता कर पाते हैं कि मरीज को सिर्फ गेंहूं से ही एलर्जी हो रही है या फिर अन्य अनाज भी एलर्जी का कारण बन रहे हैं।
गेहूं से एलर्जी बचपन में होने वाली फूड एलर्जी का एक आम प्रकार है, हालांकि यह वयस्क व्यक्तियों को भी हो सकती है। जिस व्यक्ति को गेंहू से एलर्जी होती है, उसका शरीर गेहूं में मौजूद प्रोटीन के प्रति एंटीबॉडी तैयार कर लेता है। ऐसा होने पर मरीज को गेहूं से बने उत्पाद खाने पर एलर्जी हो जाती है।
गेहूं से होने वाली एलर्जी सीलिएक रोग के समान नहीं होती है।
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