अगर रात के समय गला सूखने की वजह से नींद खराब होती है तो कुछ तरीकों को अपना कर आप अपनी इस समस्या को ठीक कर सकते हैं। अगर रात को नींद खुल जाती है और आपको प्यास लगती है तो रात को सोने से पहले अपने बिस्तर के पास एक गिलास पानी या जग भर कर रखा करें। एल्कोहल युक्त माउथवॉश का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि ये गले में सूखापन ला सकते हैं।नाक से सांस लेने की कोशिश करें, मुंह से न लें क्योंकि मुहं से हवा का ज्यादा प्रवाह होने की वजह से आपका गला सूख सकता है। अगर आप कैफीन का सेवन करते हैं तो इसके सेवन को कम कर दें क्योंकि कैफीन आपकी प्रॉब्लम को और बिगाड़ सकती है। चीनी युक्त कैंडी या च्युंगम चबाया करें, इससे लंबे समय तक गले में सूखापन नहीं होता है। दिन में पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं और विशेष रूप से रात में नमकीन खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
जी हां, गले में सूखेपन की समस्या को दूर करने के लिए काली मिर्च और देसी घी का मिश्रण बहुत लाभकारी है। एक साबुत काली मिर्च लें और इसे पीस कर एक चम्मच (गर्म) घी में मिला दें। घी में शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह गले में नमी को बनाए रखते हैं। आप रोजाना एक चम्मच इस मिश्रण को लें।
जी हां, गले के सूखेपन और खुजली को ठीक करने के लिए कई तरह के घरेलू उपाय हैं। बच्चों का गला सूखने और उसमें होने वाली खुजली को ठीक करने के घरेलू उपायों में से एक तुलसी और शहद का काढ़ा भी है। तुलसी अपने औषधीय गुणों और शहद अपने अपने एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह काढ़ा तैयार करने के लिए आप थोड़ा पानी लें और उसमें तुलसी के कुछ पत्ते डालकर उसे उबाल लें, फिर इसमें एक चम्मच शहद मिला लें। इसको ठंडा करने के बाद अपने बच्चे को इसका सेवन करवाएं। यह बच्चों के लिए विशेष रूप से अच्छा है और रात के समय होने वाली खांसी के लिए भी बहुत असरदार उपाय है। आप तुलसी के पत्तों की चाय बनाकर भी इसका सेवन करवा सकती हैं।
जी हां, गले में सूखेपन के लिए आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं। गला सूखने पर खांसी भी होने लगती हैं। दिन में अपने गले को नम रखने के लिए आप मुंह में मुलेठी रख सकते हैं। यह गले में खराश और सूखेपन को दूर करने का प्राकृतिक नुस्खा है। मुलेठी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसमें कई तरह के औषधीय गुण होते हैं। आप अपने दांतों के बीच में मुलेठी का एक छोटा टुकड़ा रखकर दिन में चबाते रहें। आप इसे किसी भी आयुर्वेदा शॉप से खरीद सकते हैं।
जी हां, यह सबसे आसान और गले में सूखेपन से छुटकारा दिलाने के सबसे असरदार तरीकों में से एक है। इसके लिए आप एक गिलास पानी गर्म करें और इसमें आधा चम्मच नमक डालकर घोल लें और फिर इस पानी से गरारे करें। आप 30 से 60 सेकेंड के लिए नमक के पानी से गरारे करें और फिर पानी बाहर थूक दें। आप दिन में कम से कम दो बार इस पानी से गरारे करें। यह बलगम को पतला करने में मदद करता है और इस तरह से यह गले में सूखेपन से छुटकारा मिलता है। नमक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है और गले में हो रही जलन को भी शांत करता है।
गला सूखा रहने पर आपको खांसी, स्वाद बिगड़ना, गले में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके लिए आप एक कप दूध लें और इसमें लहसुन की कली डालकर इसे उबाल लें, फिर इसमें ¼ चम्मच हल्दी पाउडर मिला लें। यह गले में सूखेपन, गले में संक्रमण और कई प्रकार की खांसी में फायदेमंद है। खाने में हल्दी का सेवन करने से आपकी इम्युनिटी भी बढ़ती है। एक गिलास गर्म दूध हल्दी मिलाकर पीने से आपका गला साफ रहता है और यह आपको कई तरह की बीमारियां होने से भी बचाता है।
ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। एक गिलास पानी को गर्म करें और उसमे आधा चम्मच नमक डालकर इस पानी से गरारे करें। गले को आराम देने वाली जो दवाएं आती हैं उन्हें लें, जैसे कि विक्स। आपके लिए आराम भी बहुत जरूरी है।