आज के दौर में प्रदूषित वातावरण, अनियमित दिनचर्या और खान पान की खराब आदतों के चलते लोगों को कई तरह के रोग होने लगे हैं। इन रोगों में शुगर या डायबिटीज सबसे आम रोग बनता जा रहा है। शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने की वजह से यह रोग हो जाता है। ब्लड शुगर या ब्लड ग्लूकोज आपकी ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है। शरीर में मौजूद पैनक्रिया (अग्नाशय) इंसुलिन को बनाने का काम करता है। इंसुलिन भोजन से प्राप्त ग्लूकोज को आपकी कोशिकाओं तक पहुंचाकर ऊर्जा का काम करता है।
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कई बार आपका शरीर इंसुलिन को सही मात्रा में नहीं बना पाता है, जिससे इसके कार्य में बाधा आने लगती है। इस स्थिति में ग्लूकोज आपके शरीर में जमा होने लगता है और यह कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाता है। कुछ समय के बाद जब आपके रक्त में ग्लूकोज अधिक हो जाता है तो इससे आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। आपको बता दें कि डायबिटीज का इलाज उपलब्ध नहीं है, इसके स्तर को सामान्य रखने की आदतों को अपनाने के बाद ही आप डायबिटीज के प्रभावों को कम करते हुए स्वस्थ्य जीवन जी सकते हैं। डायबिटीज के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए आपको यह जरूर मालूम होना चाहिए कि शरीर में शुगर लेवल कितना होना चाहिए और इसके नॉर्मल रेंज क्या होती है।
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इस लेख में आपको शुगर लेवल कितना होना चाहिए, नॉर्मल रेंज और चार्ट के बारे में बताया गया है। साथ ही आपको शुगर के किस स्तर पर घबराने की आवश्यकता नहीं होती है तथा किस स्तर पर आपको तुरंत डॉक्टर से इलाज की जरूरत होती है, आदि कुछ विषयों को भी बताने का प्रयास किया गया है।
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