अमेरिका की शीर्ष सरकारी ड्रग एजेंसी यूनाइटेड स्टेट फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएस एफडीए) ने भारत की दवा कंपनी ल्यूपिन को टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए जेनेरिक दवा एमाग्लिफलोजिन और लीनाग्लिपटिन की मार्केटिंग के लिए मंजूरी दे दी है। ये दोनों टैबलेट टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित वयस्कों में ग्लाइकेमिक कंट्रोल को सुधारने के लिए संयुक्त रूप से डाइट और एक्सरसाइज में इस्तेमाल की जाती हैं। ये गोलियां जर्मन दवा कंपनी बोरिंगर इंगेलहेम फार्मास्यूटिकल्स कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित ग्लाइक्सैंबी टैबलेट का जेनेरिक वर्जन हैं। एफडीए से अप्रूवल मिलने के बाद ल्यूपिन कंपनी ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है।
कंपनी ने बताया है कि इन दवाओं को लेकर एफडीए ने फिलहाल उसे प्रयोगात्मक (टेंटेटिव) अप्रूवल दिया है। यानी ल्यूपिन अमेरिका में इन दवाओं की मार्केटिंग नहीं कर सकेगी। टेंटेटिव अप्रूवल के तहत एफडीए ने ल्यूपिन को 10 mg/5 mg और 25 mg/5 mg की स्ट्रेंथ के साथ ये दवाएं बेचने की इजाजत दी है।
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